धर्मशाला: कांगड़ा जिला के देहरा पुलिस थाना के तहत बीते 23 जुलाई को हुई चोरी सहित जिला के अन्य क्षेत्रों में चोरी के मामले में पुलिस को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है. कांगड़ा पुलिस ने इस मामले में 10 आरोपितों को शक्तिपीठ स्थल बगलामुखी से गिरफ्तार किया है. जिनमें आठ पुरुष और दो महिलाएं भी शामिल हैं. गिरफ्तार आरोपित मध्यप्रदेश और पंजाब के होशियारपुर से हैं जो बड़े ही योजनाबद्ध तरीके से चोरी की घटनाओं को अंजाम देते थे.
एसपी कांगड़ा शालिनी अग्निहोत्री ने शनिवार को पत्रकारों से बातचीत में बताया कि पकड़े गए आरोपितों को न्यायालय में पेश किया गया जहां से उन्हें पांच दिन का पुलिस रिमांड मिला है.
एसपी कांगड़ा शालिनी अग्निहोत्री ने बताया कि चोरी की घटनाओं को अंजाम देने वाले इन चोरों संलिप्त चोरों का पता लगाने के लिए डीएसपी देहरा अनिल कुमार के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया था जिसमें तीन थानों की टीम शामिल की गई. पुलिस थाना देहरा व साईबर सैल धर्मशाला की टीम ने सीसीटीवी कैमरा के विशलेषण में पाया कि उपरोक्त घटना में चार लोगों संलिप्त हैं, जो घटना को अंजाम देने के बाद चोरीशुद्धा मोटरसाईकल पर ज्वालामुखी की तरफ को भागे थे. घटना की कड़ी से कड़ी जोड़ते हुए व सीसीटीवी की मदद से उपरोक्त टीम ज्वालामुखी स्थित आशीष गैस्ट हाउस में पहुंची. जहां पर पता चला कि घटना में संलिप्त अपराधी 21 जुलाई से 23 जुलाई तक इसी गैस्ट हाउस में ठहरे थे. गैस्ट हाउस में कंचन बाई पत्नी रामदास पारदी निवासी गुना मध्य प्रदेश ने अपने नाम पर तीन कमरे बुक किए थे जिसमें यह आठ पुरुष, छह औरतें व चार बच्चे कुल 18 लोग ठहरे थे. मध्यप्रदेश के पारदी समुदाय के इन लोगों ने इससे पूर्व भी ज्वालामुखी पुलिस थाना के अंतर्गत घरों में घुसकर गहनों की चोरी की थी.
साईबर टीम द्वारा होटल से मिले मोबाईल नम्बर व आधार कार्ड के नाम पर बुक किए गए तीन कमरों का विशलेषण करने के बाद पता चला कि रामदास की चोरी करने वाले पारदी गिरोह से काफी बातचीत है व गैस्ट हाउस के कैमरों को चैक करने पर पाया गया कि 22 जुलाई को रात 9:45 बजे चार लोग गैस्ट हाउस से बाहर जाते हैं और 23 जुलाई को सुबह 3:45 पर वापिस आते हैं. इन सारी चीजों को मध्यनजर रखते हुए चोरों को पकड़ने के लिए थाना देहरा, ज्वालामुखी और हरिपुर की संयुक्त टीम तैयार की गई. इस टीम ने मोबाईल लोकेशन के आधार पर बगलामुखी देहरा से कुल 10 लोगों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की. जिसमें आठ पुरुष व दो औरतें शामिल हैं.
गिरफ्तार आरोपितों में तीन मध्यप्रदेश और पांच पंजाब से गिरफ्तार किए गए आरोपितों में राम दास पुत्र अंबा राम गांव विलाई खेड़ी डाकखाना व थाना धनौऊदा तहसील व जिला गुणा मध्य प्रदेश, गिराज पुत्र शेरु गांव विलाई खेड़ी डाकखाना व थाना धनौऊदा तहसील व जिला गुणा मध्य प्रदेश, युवराज पुत्र गोपाल गांव विलाई खेड़ी डाकखाना व थाना धनौऊदा तहसील व जिला गुणा मध्य प्रदेश, सुरजीत उर्फ कुकड़ी पुत्र मुकेश गांव केलो पिंड डाकखाना पुंगा हरियाणा तहसील पुंगा जिला होशियारपुर पंजाब, कृष्णा पुत्र लछू गांव केलो पिंड डाकखाना पुंगा हरियाणा तहसील पुंगा जिला होशियारपुर पंजाब, राधे पुत्र चमन लाल गांव केलो पिंड डाकखाना पुंन्गा हरियाणा तहसील पुन्गा जिला होशियारपुर पंजाब, विरन सिंह पुत्र चमन गांव केलो पिंड डाकखाना पुंन्गा हरियाणा तहसील पुन्गा जिला होशियारपुर पंजाब, दादा सिंह पुत्र जीवन सिंह गांव सुरखियां बांध दशहरा ग्राऊंड डाकखाना व थाना सदर तहसील घण्टाघर जिला होशियारपुर पंजाब, धूरी पत्नी कृष्ण गांव केलो पिंड डाकखाना पुंन्गा हरियाणा तहसील पुन्गा जिला होशियारपुर पंजाब तथा राखी पत्नी सुरजीत सिंह गांव केलो पिंड डाकखाना पुंन्गा हरियाणा तहसील पुन्गा जिला होशियारपुर पंजाब शामिल हैं.
चोरी में इस्तेमाल औजार
उधर इन चोरों से पुलिस ने कई अलग अलग औजार बरामद किए हैं. पुलिस ने इनसे कटर (बड़ा), कटर (छोटा), डाई लोहा जो दोनों सिरों से मुड़े हुए, दो पेचकस बड़े, तीन गुलेल, दो रैंच, चार टार्चें बरामद किए हैं. इसके अलावा अभी आभूषणों की रिकवरी बाकी है.
चोरी को अंजाम देने का तरीका
उपरोक्त अपराधी मन्दिरों के आसपास अपने परिवार व बच्चों सहित किसी सस्ते गैस्ट हाउस में रुकते हैं ताकि इन पर कोई शक न करे ल. जिस स्थान पर यह रुकते हैं उस स्थान से लगभग 30-40 किमी की दूरी पर दिन के समय बड़े बड़े घर जो सड़क के किनारें हो जहां से यह चोरी करने के पश्चात आसानी से भाग सके उनकी रैकी करते हैं व रात को चुपचाप जहां पर ठहरें हो वहां से निकल कर जिस घर पर चोरी की घटना को अंजाम देते हैं. यही नही चोरों से पहले वहां गुलेल से घरों पर पत्थर फैंकते हैं जिससे यह पूर्ण यकीन हो जाए की घरवाले सो रहे हैं. उसके बाद यह बड़े बड़े पेचकशों व कटर की मदद से खिड़कियों की ग्रिलों को उखाड़ कर घर के अंदर प्रवेश करके चोरी को अंजाम देते हैं. यह लोग ज्यादातर कच्छा बनियान पहन कर व शरीर पर तेल या ग्रीस लगाकर चोरी करते हैं ताकि पकड़े जाने पर यह आसानी से छूटकर भाग सकें. यह लोग पारदी समुदाय से सम्बध रखते हैं इस समुदाय के ज्यादातर लोग सेंधमारी करके लोगों के घरों से गहने, रुपये, वाहन आदि चुराने के लिए पूरे भारत के अलग अलग राज्यों में प्रसिद्ध हैं.
हिन्दुस्थान समाचार