संघ लेक सेवा आयोग (UPSC) में अपना कार्यकाल पूरा होने से पहले ही मनोज सोनी ने 20 जुलारई को इस्तीफा दिया था. जिसके बाद UPSC ने आज अपने नए अध्यक्ष का नाम घोषित कर दिया है. आंध्र प्रदेश कैडर की साल 1983 बैच की आईएएस अधिकारी प्रीति सूदन को UPSC का नया चेयरपर्सन चुना गया है. उन्हें सरकारी प्रशासन के लगभग सभी क्षेत्रों में करीब 37 वर्षों का अनुभव है. राष्ट्रपति ने UPCS अध्यक्ष के कर्तव्यों का निर्वाहन करने के लिए प्रीति सूदन के नाम को मंजूरी दी है. वे 1 अगस्त से अगले आदेश तक अथवा साल 2025 तक यह पदाभार संभालेंगी.
कहां-कहां किया काम
बता दें कि UPSC की सदस्य रहीं प्रीति सूदन ने साल 2020 में पूर्व स्वास्थ्य सचिव का पद संभाला था. साथ ही प्रीति ने खाद्य प्रसंस्करण और पब्लिक डिस्ट्रीब्यूशन विभाग में काम किया है. उन्होंने महिला और बाल विकास विभाग व रक्षा मंत्रालय में भी काम किया है.
सूदन ने तंबाकू नियंत्रण पर फ्रेमवर्क कन्वेंशन के सीओपी-8 के अध्यक्ष, मातृ, नवजात और बाल स्वास्थ्य के लिए साझेदारी के उपाध्यक्ष, वैश्विक डिजिटल स्वास्थ्य साझेदारी के अध्यक्ष और महामारी की तैयारी और प्रतिक्रिया के लिए WHO के स्वतंत्र पैनल के सदस्य के रूप में कार्य किया है.
इन योजनाओं में रही महत्वपूर्ण भूमिका
प्रीति सूदन ने लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स (LSE) से अर्थशास्त्र में एम.फिल. और सामाजिक नीति और योजना में एम.एससी. की डिग्री प्राप्त की है. उन्हेंने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ और आयुष्मान भारत जैसे कार्यक्रमों में भी अपना योगदान दिया है. उन्हीं के कारण राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग और ई-सिगरेट पर रोक जैसे महत्वपूर्ण कानून बनाए गए हैं.
1983 batch IAS officer Preeti Sudan will be the new UPSC Chairperson, with effect from 1st August 2024. pic.twitter.com/t6Ylfr4BOP
— ANI (@ANI) July 31, 2024