कुल्लू: जिला कुल्लू में मणिकर्ण घाटी के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल तोष में बादल फटने से तबाही मची है. यहां बादल फटने से तोष नाला में भयंकर बाढ़ आई और इसकी चपेट में एक पुल, एक मकान जिसमें तीन दुकाने थी बह गए हैं. जबकि एक निजी होटल के निचले भाग को भी नुकसान पहुंचने का समाचार है.
बादल फटने की घटना मध्यरात्रि करीब 2 बजे घटी. पुल के बह जाने से तोष गांव का संपर्क कट गया है. जबकि किसी प्रकार का कोई जानी नुकसान नहीं हुआ है. इस घटना में दो दुकानें बह गई. जबकि चार अस्थाई रूप से बनाए गए शेड भी इसकी चपेट में आ गए.
होटल एसोसिएशन मणिकर्ण के प्रधान किशन ठाकुर ने बताया कि बारिश सिर्फ तोष में हुई है जबकि मणिकर्ण घाटी में अन्य जगह कोई नुकसान नहीं है. उन्होंने बताया कि घाटी का संपर्क मार्ग बहाल है और अन्य कोई नुकसान नहीं हुआ है.
कुल्लू के डीसी तोरुल एस रवीश ने बताया कि नुकसान के आंकलन के लिए राजस्व विभाग की टीमों को मौके पर भेजा गया है. राहत व बचाव कार्य जारी है.
बता दें कि राज्य में मानसून ने 27 जून को दस्तक दी थी और अभी तक मानसून की सामान्य से 33 प्रतिशत कम बरसात हुई है. राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र की रिपोर्ट के अनुसार मानसून सीजन में वर्षा जनित घटनाओं में 124 लोगों की मौत हुई है, जबकि 230 घायल और चार लापता हैं. इसमें 62 लोगों की सड़क हादसों में जान गई है और इतने ही लोगों की पानी में बहने व डूबने, ऊंचाई से फिसलने, करंट व सर्प दंश से मौत हुई है. मानसून सीजन में सिरमौर में फ्लैश फ्लड और सोलन में भूस्खलन की एक-एक घटना सामने आई है. इस दौरान हुई व्यापक वर्षा से 108 घर क्षतिग्रस्त हुए, जिनमें 19 घर पूर्ण रूप से ध्वस्त हुए जबकि 89 घरों को आंशिक नुकसान पहुंचा. इसके अलावा 85 पशुशालाएँ व पांच दुकानें भी धराशायी हुईं. राज्य में भारी वर्षा से 425 करोड़ का नुकसान आंका गया है.
हिन्दुस्थान समाचार