धर्मशाला: हिमाचल प्रदेश में जल जीवन मिशन के अन्तर्गत सभी 17.09 लाख ग्रामीण परिवारों को स्वच्छ पेयजल योजना के अन्तर्गत कवर कर लिया गया है. यह जानकारी केन्द्रीय जल शक्ति राज्य मंत्री वी. सोमन्ना ने मंगलवार को कांगड़ा से लोकसभा सांसद डॉक्टर राजीव भारद्वाज द्वारा पूछे गए एक सवाल के जबाव में लोकसभा में दी.
उन्होंने बताया कि 15 अगस्त 2019 को जल जीवन मिशन शुरू किये जाने के समय हिमाचल प्रदेश में मात्र 7.63 लाख ग्रामीण परिवारों (44.64) को स्वच्छ पेयजल की सुविधा उपलब्ध थी जबकि जल जीवन मिशन शुरू किये जाने के बाद वर्ष 2019 -20 के दौरान 1.59 लाख घरों, वर्ष 2020-21 के दौरान 3.78 लाख घरों, वर्ष 2021-22 के दौरान 2.87 लाख घरों, वर्ष 2022-23 के दौरान 0.93 लाख घरों और वर्ष 2023-24 के दौरान 0.29 लाख घरों को जल जीवन मिशन के अन्तर्गत स्वच्छ पेयजल की सुविधा प्रदान की गई. उन्होंने बताया कि जल जीवन मिशन के अन्तर्गत अब तक हिमाचल में 9.46 लाख ग्रामीण परिवारों (55.36) को स्वच्छ पेयजल योजना के अन्तर्गत कवर कर लिया गया है.
केन्द्रीय जल शक्ति राज्य मन्त्री वी. सोमन्ना ने कांगड़ा के लोकसभा सदस्य डॉक्टर राजीव भारद्वाज को बताया कि राज्य में जल जीवन मिशन के सफल कार्यन्वयन के परिणाम स्वरूप हर घर को कम से कम रोजाना 55 लीटर स्वच्छ पेयजल प्रदान किया जा रहा है.
उन्होंने बताया कि जल जीवन मिशन के अन्तर्गत केन्द्र सरकार ने हिमाचल प्रदेश सरकार को अब तक कुल 4,513.37 करोड़ रूपये की धनराशि जारी की है. उन्होंने बताया कि योजना के अन्तर्गत वर्ष 2019-20 में 205.83 करोड़, वर्ष 2020-21 में 547.48 करोड़, वर्ष 2021-22 में 2,012.78 करोड़, वर्ष 20 22-23 में 1,344.94 करोड़, वर्ष 20 23-24 में 402.34 करोड़ रुपए की केन्द्रीय सहायता राशि जारी की गई.
उन्होंने बताया कि जल जीवन मिशन के अन्तर्गत अरुणाचल प्रदेश, गोवा, गुजरात, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, मिजोरम, पंजाब, तेलंगाना, अण्डमान निकोबार द्वीप समूह, दादरा नगर हवेली, दमन दिऊ और पुडुचेरी राज्यों ने शत प्रति शत घरों को स्वच्छ पेयजल सुविधा उपलब्ध करवा दी है.
हिन्दुस्थान समाचार