वायनाड: केरल के पहाड़ी जिला वायनाड में मंगलवार तड़के हुई जल आपदा में अब तक 350 से अधिक लोग काल कलवित हो चुके हैं. तो वहीं 300 लोग लापता हैं. मूसलाधार बारिश के दौरान हुए भूस्खलन से तीन गांवों का तो वजूद ही मिट चुका है. मलबे से शवों के मिलने का सिलसिला जारी है.
राहत और बचाव अभियान 5वें दिन शनिवार को भी जारी रहेगा. स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि वायनाड जिले में मेप्पडी के पास चूरलमाला और मुंडक्कई इलाके में भूस्खलन में मरने वाले व्यक्तियों की संख्या 350 से अधक हो गई है. तो वहीं 300 लोग अभी भी लापता हैं.
इस आपदा से पूरा देश सकते और सदमे में हैं. जिन लोगों ने अपनों को खोया है, उनके आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे. लोग पहुंचकर उन्हें सब ठीक हो जाने का आश्वासन दे रहे हैं. इस बीच सूचना है कि वायनाड आपदा से पास के कोझिकोड जिले के थमारस्सेरी और वडकारा तालुका के विभिन्न ऊपरी गांव प्रभावित हुए हैं. यहां रह रहे परिवारों को अन्यत्र स्थानांतरित करने के उपाय सरकार ने शुरू कर दिए हैं.
जिला प्रशासन ने बीते दिन जीपीएस का उपयोग करके बचाव कार्य के लिए संभावित स्थानों का मानचित्रण किया, हवाई तस्वीरें लीं और सेल फोन लोकेशन डेटा लिया. उन्होंने मलबे के नीचे दबे शवों की तलाश के लिए ग्राउंड पेनेट्रेटिंग रडार और कैडेवर डॉग स्क्वॉड का भी इस्तेमाल किया है.
हिन्दुस्थान समाचार