शिमला: हिमाचल प्रदेश की सुक्खू सरकार ने हिमाचल वन विकास निगम के कर्मचारियों को बड़ी सौगात दी है. निगम के निदेशक मंडल ने कर्मचारियों को अतिरिक्त लाभ देने को मंजूदी दी है. इससे 227 कर्मचारी लाभान्वित होंगे. साथ ही निगम के दैनिक भोगियों की दिहाड़ी 400 रुपये करने, कर्मचारियों को 1 अप्रैल, 2024 से चार प्रतिशत महंगाई भत्ते की एक और किश्त देने और दो वर्ष का अनुबन्ध पूरा करने वाले 80 कर्मचारियों को नियमित करने का निर्णय लिया.
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की अध्यक्षता में सोमवार को आयोजित निगम के निदेशक मंडल की बैठक हुई. बैठक में निदेशक मंडल ने वर्ष 2022-23 के लिए निगम के कर्मचारियों को अतिरिक्त लाभ देने की मंजूरी दे दी. इससे निगम के 227 कर्मचारी लाभान्वित होंगे. बैठक में निगम के दैनिक भोगियों की दिहाड़ी 400 रुपये करने का भी निर्णय लिया गया. इसके अलावा, निगम के सभी कर्मचारियों को 1 अप्रैल, 2024 से चार प्रतिशत महंगाई भत्ते की एक और किश्त जारी करने तथा दो वर्ष का अनुबन्ध कार्यकाल पूरा करने वाले 80 कर्मचारियों को नियमित करने का भी निर्णय लिया गया.
इस अवसर पर मुख्यमंत्री सुक्खू ने अधिकारियों को निगम के डिपो में रखी गई इमारती लकड़ी की निस्तारण प्रक्रिया में तेजी लाने के आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए ताकि इसके सड़ने से बचाया जा सके. उन्होंने वन संरक्षण अधिनियम (एफसीए) के प्रथम चरण की मंजूरी के उपरांत रेखागत परियोजनाओं के दायरे में आने वाले पेड़ों को काटने के लिए वन मंडल अधिकारियों (डीएफओ) सहित निगम के अधिकारियों को शक्तियां सौंपने की संभावनाएं तलाशने को कहा ताकि इस प्रक्रिया में अनावश्यक देरी न हो.
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य वन विकास निगम पहली बार एफसीए मंजूरी के उपरांत ब्यास नदी से खनन गतिविधियां शुरू करेगा. उन्होंने निगम को दोषी ठेकेदारों को ब्लैकलिस्ट करने और उनके खिलाफ वसूली की कार्रवाई शुरू करने तथा भविष्य में निविदाओं में उनके भाग लेने पर रोक लगाने के निर्देश दिए. सुक्खू ने कहा कि पिछले वर्ष मॉनसून के प्रकोप के कारण शिमला शहर में 618 पेड़ क्षतिग्रस्त हुए, जिनकी लकड़ी बेचकर 2.50 करोड़ रुपये का लाभ हुआ है.
हिन्दुस्थान समाचार