शिमला: हिमाचल प्रदेश में मानसून की सक्रियता से विभिन्न हिस्सों में बारिश हुई है. बीती रात शिमला समेत अन्य स्थानों पर जमकर बरसात हुई. आगामी दिनों में भारी वर्षा से राहत मिलने के आसार नहीं हैं. मौसम विभाग ने आगामी 31 जुलाई तक कुछ स्थानों पर भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है. मानसून सीजन में भारी वर्षा के मददेनजर हिमाचल के लोगों के साथ पर्यटकों को मौसम विभाग ने सतर्क रहने की सलाह दी है. लोगों को भूस्खलन संभावित इलाकों व नदी-नालों के समीप न जाने की हिदायत दी गई है. बारिश की वजह से भूस्खलन व चट्टान गिरने की आशंका बनी हुई है.
बीते 24 घंटों के दौरान जतौन बैरेजे में सर्वाधिक 95 मिमी वर्षा हुई है. इसके अलावा मुरारी देवी में 84, पालमपुर में 68, नैना देवी में 42, धर्मशाला में 35, मैहरे में 34, आरएल बीबीएमबी में 27, डल्हौजी में 25, बैजनाथ में 25, शिमला में 24, चंबा में 22, उना में 19, कसौली, नाहन व कटौला में 18-18 मिमी वर्षा रिकार्ड हुई है. शिमला में बीती रात जमकर हुई बारिश के बाद गुरूवार को दिनभर धुंध छाई रही. राज्य के अन्य हिस्सों में भी दिन में बारिश से राहत मिली. राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार भूस्खलन से गुरूवार को 15 सड़कें बंद रहीं. मंडी में 12, किन्नौर में दो और कांगड़ा में एक सड़क पर आवाजाही बाधित रही. इसके अलावा 62 ट्रांसफार्मरों के खराब होने से बिजली आपूर्ति ठप रही. मंडी जिला में 43 और लाहौल में 15 व चंबा में चार ट्रांसफार्मर खराब रहे. शिमला जिला के ठियोग उपमंडल में एक पेयजल स्कीम भी ठप रही.
हिन्दुस्थान समाचार