धर्मशाला: प्रदेश के सरकारी स्कूलों में नियुक्त शिक्षक पिछले माहिने के वेतन को तरस रहे हैं. जुलाई माहिना खत्म होने को आ रहा है लेकिन 1322 कंप्यूटर शिक्षकों को अभी भी वेतन नहीं मिला है. बीते करीब 20 सालों से आउटसोर्सिंग पर नियुक्त इन शिक्षकों को बरसात के दिनों में एक माहिने से बिना वेतन के आर्थिक स्थिति से जूझना पड़ रहा है. अब जबकि माहिना समाप्त होने की कगार पर पहुचं गया है, ऐसे में बार-बार कंपनी व निदेशालय में कंप्युटर शिक्षकों की ओर से संपर्क किया गया लेकिन बावजूद उन्हें अब तक निराशा ही हाथ लगी है. ऐसे में शिक्षकों ने प्रदेश सरकार व शिक्षा विभाग से जल्द से जल्द वेतन प्रदान करने की मांग रखी है.
सरकारी स्कूलों में नियुक्त इन कंप्यूटर शिक्षकों के वेतन के लिए प्रदेश सरकार ग्रांट जारी करती है. जिसके बाद संबंधित कंपनी की ओर से वेतन जारी किया जाता है. लेकिन इस बार जुलाई माह की आज 25 तारीख हो गई है, लेकिन वेतन का कोई अता-पता नहीं है. बताया जा रहा है कि बिलों में कुछ आपत्तियां होने पर ग्रांट जारी करने में देरी हो रही है.
कंप्यूटर शिक्षक संघ के राज्य अध्यक्ष राकेश कुमार शर्मा ने बताया कि पूरे एक माह से वेतन नहीं मिलने के चलते शिक्षकों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. प्रदेश भर के 1322 शिक्षकों व उनके परिवारों का बरसात के दिनों में आर्थिक व मानसिक परेशानियां भी झेलनी पड़ रही है. उन्होंने बताया कि विभागीय अधिकारियों के समक्ष इस मामले को उठाया गया है, लेकिन कोई सकारात्मक जवाब नहीं मिल रहा है. इस मामले को लेकर जल्द अब शिक्षा सचिव से मुलाकात की जाएगी. संघ ने सरकार से कंप्यूटर शिक्षकों को जल्द वेतन अदा करने की मांग की है.
हिन्दुस्थान समाचार