केंद्र की मोदी नेतृत्व में बनी एनडीए सरकार ने आज मंगलवार को संसद में आम बजट पेश किया. केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मोदी 3.0 का पहला बजट पेश किया. इस दौरान निर्मला सीतारमण ने हिमाचल प्रदेश में बिते वर्ष हुई भारी बारिश के नुकसान की भरपाई के लिए मदद करने का भरोसा दिया, लेकिन पिछली बरसात से मची त्रासदी की भीषण आपदा से निपटने के लिए हिमाचल को केंद्र से कितना पैकेज मिलेगा, इस बात का जिक्र वित्त मंत्री ने बजट में नहीं किया है.
हिमाचल प्रदेश में बीते वर्ष भारी बाकिश से आई आपदा से निपटने के लिए विधानसभा मानसून सत्र में सुक्खू सरकार ने केंद्र सरकार को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने का प्रस्ताव दिया था. जिसमें भीषण बारिश से हुए नुकसान की भरपाई किए जाने की मांग की गई थी. लेकिन, पिछले साल प्रदेश में मची तबाही के आकलन के लिए केंद्र टीम हिमाचल के दौरे पर आई थी. मुख्यमंत्री सुक्खू ने हाल ही में दिल्ली का दौरा कर पीएम मोदी से मुलाकात की थी. इस दौरान सीएम सुक्खू ने पीएम से आपदा में हपए नुकसान की भरपाई करने के लिए राहत राशि देने का आग्रह भी किया था. पिछली बरसात में हिमाचल में 2,933 मकान पूरी तरह और 12,266 मकानों को आंशिक तौर पर नुकसान हुआ था. इसी तरह 420 दुकानें, 239 लेबर शेड टूटे थे, लेकिन केंद्र से सहायता न मिलने पर सुक्खू सरकार ने अपने स्तर पर 4500 करोड़ के विशेष पैकेज का ऐलान किया था.