नई दिल्ली: केंद्रीय वित्त और कॉर्पोरेट मामलों के मंत्री निर्मला सीतारमण ने केंद्रीय बजट 2024-25 पेश करते हुए कहा कि लोगों ने देश को मजबूत और सर्वांगीण समृद्धि के पथ पर ले जाने के लिए सरकार को एक अनूठा अवसर दिया है. बजट भाषण में पर्यटन के विकास पर केंद्रीय वित्त मंत्री ने कहा कि पर्यटन हमेशा से हमारी सभ्यता का हिस्सा रहा है. भारत को एक वैश्विक पर्यटन स्थल के रूप में स्थापित करने के हमारे प्रयासों से रोजगार पैदा होंगे. निवेश को भी बढ़ावा मिलेगा और अन्य क्षेत्रों के लिए आर्थिक अवसर खुलेंगे.
निर्मला सीतारमण ने कहा कि बिहार के गया में विष्णुपद मंदिर और बोधगया में महाबोधि मंदिर का अत्यधिक आध्यात्मिक महत्व है. उन्होंने घोषणा कि, “विष्णुपद मंदिर कॉरिडोर और महाबोधि मंदिर कॉरिडोर के व्यापक विकास को सफल काशी विश्वनाथ मंदिर कॉरिडोर की तर्ज पर समर्थन दिया जाएगा, ताकि उन्हें विश्व स्तरीय तीर्थ और पर्यटन स्थलों में बदला जा सके.
अपने बजट भाषण में केंद्रीय वित्त मंत्री ने कहा कि राजगीर हिंदुओं, बौद्ध धर्म और जैन धर्म के लोगों के लिए अत्यधिक धार्मिक महत्व रखता है और जैन मंदिर परिसर में 20वें तीर्थंकर मुनिसुव्रत मंदिर प्राचीन है. उन्होंने यह भी कहा कि सप्तर्षि या 7 गर्म झरने गर्म पानी वाला ब्रह्मकुंड बनाते हैं जो पवित्र हैं. उन्हाेंने कहा कि राजगीर के लिए व्यापक विकास की पहल की जायेगी. उन्होंने आगे कहा कि केंद्र सरकार नालंदा विश्वविद्यालय को उसके गौरवशाली कद में पुनर्जीवित करने के अलावा एक पर्यटन केंद्र के रूप में नालंदा के विकास का समर्थन करेगी.
केंद्रीय वित्त मंत्री ने कहा कि ओडिशा की प्राकृतिक सुंदरता, मंदिर, स्मारक, शिल्प कौशल, वन्यजीव अभयारण्य, प्राकृतिक परिदृश्य और प्राचीन समुद्र तट इसे एक परम पर्यटन स्थल बनाते हैं. उन्होंने कहा, “हमारी सरकार उनके विकास के लिए सहायता प्रदान करेगी.”
हिन्दुस्थान समाचार