शिमला: हिमाचल प्रदेश में पिछले कुछ दिनों से मंद पड़ा मानसून अब रफ्तार पकड़ने लगा है. राज्य के अधिकांश हिस्सों में बीती रात झमाझम बारिश हुई. मौसम विभाग ने अगले छह दिन भारी वर्षा की चेतावनी दी है. शिमला स्थित मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक सुरेंद्र पॉल ने बताया कि 20 से 25 जुलाई तक राज्य में भारी वर्षा होने की आशंका है. 20 व 21 जुलाई को येलो अलर्ट, 22 व 23 जुलाई को ओरेंज अलर्ट और 24 व 25 जुलाई को दोबारा येलो अलर्ट जारी किया गया है.
उन्होंने कहा कि अलर्ट के दौरान भारी वर्षा होने का अंदेशा रहता है. ओरेंज अलर्ट में अत्यधिक वर्षा हो सकती है. उन्होंने अलर्ट के मद्देनजर लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी है. लोगों व बाहरी राज्यों से आने वाले पर्यटकों को नदी-नालों के समीप न जाने की हिदायत दी गई है.
उन्होंने बताया कि बीती रात सिरमौर जिला के नाहन में सर्वाधिक 63.9 मिलीमीटर वर्षा रिकार्ड की गई है. इसके अलावा सोलन के कंडाघाट में 48, सिरमौर के धौलाकुंआ में 39 व पच्छाद में 27 और शिमला में 26 मिलीमीटर वर्षा हुई.
इस बीच सिरमौर जिला के श्री रेणुकाजी तीर्थ को जोड़ने वाले नाहन-ददाहू-संगडाह सड़क पर बीती रात चलती एक कार पर पत्थर गिरने से चार लोग घायल हुए हैं. भूस्खलन की यह घटना बड़ोलिया मंदिर के पास हुई. सभी घायल अस्पताल में भर्ती हैं और इनकी हालत खतरे से बाहर है. शिमला व आसपास के क्षेत्रों में शुक्रवार को बादलों के साथ धुंध छाई हुई है. मैदानी इलाकों में भी आसमान बादलों से घिरा है.
मानसून सीजन में 69 घरों को नुकसान, 186 करोड़ का नुकसान
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के मुताबिक मॉनसून की 27 जून को दस्तक देने के बाद अब तक राज्य में 69 कच्चे-पक्के घर क्षतिग्रस्त हुए हैं. इनमें 11 घर पूर्ण रूप से धराशायी हुए वहीं 58 घरों को आंशिक तौर पर नुकसान पहुंचा है. इसके अलावा चार दुकानें औऱ 56 पशुशालाए भी ध्वस्त हुई हैं. राज्य में मानसून की वर्षा से सरकारी विभागों को 186 करोड़ का नुकसान आंका गया है. इनमें अकेले लोकनिर्माण विभाग को 114 करोड़ का नुकसान पहुंचा है.
हिन्दुस्थान समाचार