कोलकाता: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने संदेशखाली मामले में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के पूर्व नेता शेख शाहजहां से जुड़े तीन व्यक्तियों को अवैध भूमि कब्जे के मामले में नया समन जारी किया है. इन्हें शुक्रवार तक साल्ट लेक स्थित ईडी कार्यालय में पेश होने के लिए कहा गया है.
इन तीन लोगों में शाहजहां के छोटे भाई शेख सिराजुद्दीन, उनके दामाद राणा बाबू लश्कर और ड्राइवर-सह-सहायक मारुफ मीर शामिल हैं. सूत्रों के अनुसार, यह चौथी बार है जब सिराजुद्दीन को पूछताछ के लिए समन भेजा गया है. पिछली तीन नोटिसों को नजरअंदाज करने के बाद अब ईडी ने चेतावनी दी है कि इस बार भी समन को अनदेखा करने पर कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
शेख शाहजहां और उसके अन्य भाई शेख आलमगीर पहले से ही न्यायिक हिरासत में हैं. उन्हें पहले केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने गिरफ्तार किया था, बाद में ईडी ने अपनी हिरासत में ले लिया. ईडी ने शेख के करोड़ों रुपये के मछली निर्यात व्यवसाय से जुड़े दो कॉर्पोरेट फर्मों का पता लगाया है, जिनमें से एक उनकी बेटी शेख सबीना के नाम पर और दूसरी सिराजुद्दीन के नाम पर पंजीकृत है.
ईडी के अनुसार, इस व्यापार से होने वाली आय का एक छोटा हिस्सा ही बही-खातों में दिखाया गया था, जबकि एक बड़ा हिस्सा हवाला मार्ग से बांग्लादेश के माध्यम से शेख और उनके सहयोगियों तक पहुंचा.
शेख शाहजहां और उनके सहयोगियों पर संदेशखाली क्षेत्र में जबरन भूमि कब्जा करने और स्थानीय निवासियों के साथ यौन हिंसा के आरोप भी लगे हैं. जनवरी 2024 में, जब ईडी अधिकारियों ने शेख के घर पर छापा मारा, तब उन पर हमला भी किया गया था. इसके बाद, शेख शाहजहां फरार हो गए थे और फरवरी में पश्चिम बंगाल पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार किया था. बाद में कोर्ट के आदेश पर उसे केंद्रीय एजेंसी के हवाले कर दिया गया था.
हिन्दुस्थान समाचार