शिमला: हिमाचल प्रदेश के तीन विधानसभा क्षेत्रों देहरा, हमीरपुर और नालागढ़ में उपचुनाव के लिए आज (बुधवार) वोट डाले जा रहे हैं. तीनों निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान सुबह 7 बजे से शुरू हुआ जो शाम 6 बजे तक चलेगा. इन विधानसभा क्षेत्रों में 2 लाख 55 हजार 4 सौ अधिक मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे. तीनों हल्कों में 13 प्रत्याशी किस्मत आजमा रहे हैं. कांगड़ा और नालागढ़ में पांच-पांच जबकि हमीरपुर में तीन प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं.
तीनों विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनाव के लिए मतदान शांतिपूर्ण तरीके से चल रहा है. राज्य निर्वाचन विभाग द्वारा स्वतंत्र व निष्पक्ष चुनाव संपन्न करवाने के लिए सभी प्रबंध किए गए हैं. इन विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों में कुल 315 मतदान केंद्र स्थापित किए गए हैं. मतदान को लेकर लोगों में खासा उत्साह देखा जा रहा है और तीनों हल्कों के मतदान केंद्र में महिलाओं व युवाओं सहित सुबह से ही लोग अपना वोट डालने के लिए पहुंच रहे हैं. हमीरपुर और देहरा में सुबह के समय मौसम सुहावना बना हुआ है, हालांकि दिन के समय धूप निकलने से लोगों को उमस भरी गर्मी का सामना भी करना पड़ता है. वहीं नालागढ़ में भारी बारिश के बावजूद मतदान केंद्रों में मतदाता उमड़े हुए हैं.
हमीरपुर विधानसभा क्षेत्र में कुल 78095 मतदाता मतदान करेंगे. इसी तरह नालागढ़ में 94755 और देहरा में 86520 मतदाता हैं.
इन तीनों सीटों पर मुख्य मुकाबला कांग्रेस व भाजपा के बीच है. देहरा विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र से मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की धर्मपत्नी कमलेश ठाकुर कांग्रेस प्रत्याशी और भाजपा के होशियार सिंह के बीच मुकाबला है. वहीं हमीरपुर में भाजपा के आशीष शर्मा और कांग्रेस के डॉक्टर पुष्पेंद्र वर्मा, जबकि नालागढ़ में कांग्रेस के हरदीप सिंह बाबा और भाजपा प्रत्याशी के.एल. ठाकुर के राजनीतिक भाग्य का फैसला आज ईवीएम में बंद हो जाएगा. हमीरपुर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और पूर्व केंद्रीय मंत्री व सांसद अनुराग सिंह ठाकुर का गृह जिला है ऐसे में यह उपचुनाव दोनों नेताओं के लिए प्रतिष्ठा का सवाल बन गया है.
विधानसभा उपचुनाव के नतीजों का सतारूढ़ कांग्रेस सरकार पर कोई असर नहीं पड़ेगा, क्योंकि सुक्खू सरकार बहुमत में है. विधानसभा में मौजूदा समय में विधायकों की कुल संख्या 65 है. इनमें कांग्रेस के 38 और भाजपा के 27 विधायक हैं. मतदान के बाज नतीजे जो भी हों, सुक्खू सरकार के पास फिर भी बहुमत रहेगा. बता दें कि तीन निर्दलीय विधायकों के इस्तीफे के कारण उपचुनाव हो रहे हैं. ये तीनों पूर्व निर्दलीय विधायक भाजपा की टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं.
हिन्दुस्थान समाचार