धर्मशाला: नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने उपचुनाव में प्रचार के अंतिम दिन सोमवार को देहरा में भाजपा प्रत्याशी होशियार सिंह के समर्थन में चुनावी जनसभा को संबोधित किया. उन्होंने सरकार द्वारा किए जा रहे भ्रष्टाचार और माफिया को दिए जा रहे संरक्षण पर मुख्यमंत्री को जमकर घेरा . उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार के मसले पर मुख्यमंत्री आखिर मौन क्यों है. उनकी खामोशी का क्या कारण है. प्रदेश में आए दिन घोटाले सामने आ रहे हैं लेकिन मुख्यमंत्री पूरे प्रकरण पर चुप्पी साधे हुए हैं. प्रदेश के लोग जानना चाहते हैं की उनके होते हुए ये घोटाले कैसे हो रहे हैं . भ्रष्टाचारियों को, अपराधियों को, माफिया को किसका संरक्षण मिल रहा है. पुलिस उन पर प्रभावी कार्रवाई क्यों नहीं कर रही है. सरकार प्रदेश की जनता के भले के लिए काम करती है न कि अपने परिवार और मित्रों को लाभ पहुंचाने के लिए काम करती है. जयराम ठाकुर ने कहा प्रदेश की जनता ने भ्रष्टाचार करने वाली सरकार को, उसके मुखिया को पूरी तरीके से नकार दिया है.
लोकसभा के चुनाव में मुख्यमंत्री समेत 10 मंत्रियों को उनके अपने हलके में हराकर जनता ने अपना रुख साफ कर दिया है कि प्रदेश में भ्रष्टाचारियों की लिए कोई जगह नहीं है. इस विधानसभा के चुनाव में प्रदेश सरकार की हर तानाशाही का डटकर जवाब देगी और भाजपा की तीनों प्रत्याशियों को भारी मतों से विजयी बनाएगी. होशियार सिंह ही देहरा का चेहरा है और वहीं देहरा का चेहरा रहेंगे. दो-दो बार बिना किसी पार्टी के समर्थन के देहरा के मतदाताओं ने होशियार सिंह को विधानसभा पहुंचाया है. इसलिए मुख्यमंत्री देहरा के लोगों को डराने-धमकाने की भूल न करें. चुनाव के परिणाम से उन्हें यह साफ हो जाएगा की देहरा के लोग मुख्यमंत्री की तानाशाही से डरने वाले नहीं हैं. इन तीनों सीटों पर जीत से भाजपा का विधानसभा में संख्या बल बढ़ेगा और सरकार की तानाशाही पर लगाम लगेगी. पूर्व में जिस भाजपा की सरकारों ने हिमाचल प्रदेश में चौमुखी विकास किया है, हम सरकार को उसी तरह से विकास करने के लिए बाध्य करेंगे.
जयराम ठाकुर ने कहा कि हमीरपुर और कांगड़ा के सबसे बड़े खनन माफिया कौन है और मुख्यमंत्री से उनके क्या संबंध है यह पूरा प्रदेश जानता है. भाजपा मुख्यमंत्री से जानना चाहती है कि आखिर ऐसी क्या नौबत आ गई की दिसंबर 2022 में यह सरकार बनने के दो महीनें के भीतर ही फरवरी 2023 में माइनिंग पॉलिसी बदली गई? यह पॉलिसी किसे फायदा पहुंचाने के लिए बदली गयी थी. इसके बारे में भी मुख्यमंत्री को प्रदेश के लोगों को बताना चाहिए. इस पॉलिसी से प्रदेश का क्या फायदा हुआ, यह भी प्रदेश के लोग जानना चाहते हैं.
उन्होंने कहा कि जब प्रदेश में आपदा आई थी उस समय नादौन में किसका क्रेशर चल रहा था और उसे किसका संरक्षण प्राप्त था यह भी सरकार को साफ करना चाहिए. उन्होंने कहा डेढ़ साल की सरकार में विकास की एक काम नहीं हुए सिर्फ कर्ज का बोझ लादा गया, मित्रों को लाभ पहुंचाया गया और घोटाले किए गए. इस मौके पर उनके साथ विधायक विपिन सिंह परमार, पवन काजल और राकेश जम्वाल सहित स्थानीय पदाधिकारी , कार्यकर्ता और भारी संख्या में स्थानीय लोग उपस्थित थे.
हिन्दुस्थान समाचार