शिमला: हिमाचल प्रदेश में बीते 24 घंटों के दौरान मानसून की रफ्तार थोड़ी धीमी हुई है. राज्य के अधिकांश स्थानों पर आज बादल छाए हुए हैं. हालांकि मौसम विभाग ने अगले दो दिन में भारी बारिश की आशंका जताई है. विभाग के अनुसार 10 जुलाई के बाद प्रदेश के कुछ क्षेत्रों में भारी वर्षा होने के आसार हैं और इसे लेकर येलो अलर्ट जारी किया गया है.
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार बारिश की वजह से अब तक प्रदेश में भूस्खलन से 42 सड़कें यातायात के लिए अवरूद्ध हैं. शिमला में 18, मंडी में 17, कांगड़ा में तीन, किन्नौर व कुल्लू में दो-दो सड़कें बंद हैं. इसके अलावा 121 ट्रांसफार्मरों और 48 पेयजल स्कीमों के ठप रहने से बिजली व पेयजल आपूर्ति प्रभावित हुई है. चंबा में सबसे ज्यादा 80 और कांगड़ा में 40 ट्रांसफार्मर ठप हैं.
मानसून की बारिश से शिमला के लोकल बस स्टैंड में सिंह सभा गुरुद्वारा के नजदीक बीती रात भूस्खलन हुआ. यहां एक नई पार्किंग बनाने का काम चल रहा था. इसी के कारण यहां भूस्खलन हुआ. भूस्खलन की वजह से आधी सड़क मलबे में तबदील हो चुकी है. ऐसे में यहां ट्रैफिक व्यवस्था भी प्रभावित हो रही है. शिमला शहर के बीचोंबीच सिंह सभा गुरुद्वारा के नजदीक बने इसी लोकल बस स्टैंड से ही ढली, संजौली, पंथाघाटी, मैहली, न्यू शिमला, बीसीएस, नवबहार और छोटा शिमला जैसे कई अन्य उपनगर पहुंचने के लिए बस मिलती है. इसके अलावा यहीं दीन दयाल उपाध्याय क्षेत्रीय अस्पताल भी है. ऐसे में यह बेहद भीड़भाड़ वाला इलाका है और यहां दिनभर बड़ी संख्या में गाड़ियों की आवाजाही होती है. अब सड़क धसने के बाद पुलिस जवानों को ट्रैफिक व्यवस्था संभालने के लिए भी परेशानी का सामना करना पड़ेगा.
इस बीच शिमला के लक्कड़ बाजार पुराने बस स्टैंड के पास 7 से 8 दुकानों को लैंडस्लाइड का खतरा पैदा हो गया है. ऐहतियात के तौर पर नगर निगम शिमला ने दुकानों को खाली करने के आदेश दे दिए हैं और सतर्क रहने को कहा है. दुकानों के नीचे रिज मैदान के लिए लिफ्ट बन रही है और बस स्टैंड का निर्माण कार्य चल रहा है. निर्माण के कारण जमीन नीचे से कच्ची हो गई है जिस वजह से ढारों में चल रही दुकानों को ज्यादा खतरा हो गया है.
हिन्दुस्थान समाचार