शिमला: हिमाचल प्रदेश में बीते 24 घण्टों के दौरान मानसूनी बारिश में कमी आने से लोगों ने राहत की सांस ली है. रविवार दोपहर बाद राजधानी शिमला में तेज बारिश का दौर चला, जबकि राज्य के अन्य शहरों में मौसम साफ बना रहा. मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार 10 व 11 जुलाई को राज्य के कई हिस्सों में भारी वर्षा होने की आशंका है. इसे लेकर येलो अलर्ट जारी किया गया है. वहीं 8 व 9 जुलाई को मैदानी व मध्यपर्वतीय इलाकों में आकाशीय बिजली गिरने की चेतावनी दी गई है. इस दौरान उच्च पर्वतीय इलाकों में मौसम साफ बना रहेगा. मौसम विभाग ने अगले 24 घण्टे शिमला, कांगड़ा और चम्बा जिलों में फ्लैश फ्लड आने की आशंका जताते हुए लोगों से एहतियात बरतने की अपील की है.
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार रविवार को भूस्खलन से 41 सड़कें बंद रहीं. मंडी में 27, शिमला में 7, सिरमौर में 4, कुल्लू में दी और कांगड़ा में एक सड़क अवरुद्ध है. कुल्लू में चार और चम्बा में तीन ट्रांसफार्मर भी ठप पड़ गए हैं. इसके अलावा 71 पेयजल स्कीमें भी प्रभावित हुई हैं. इनमें शिमला में 59, बिलासपुर में 10 और चम्बा में दो पेयजल स्कीमें बंद हैं.
बीते 24 घण्टों के दौरान शिमला जिला के रामपुर बुशहर में सबसे ज्यादा 33 मिलीमीटर वर्षा रिकार्ड हुई है. इसके अलावा सराहन में 31, वांगतू में 8, चौड़ी और बजुआरा में पांच, धौलाकुंआ और पांवटा साहिब में चार-चार मिलीमीटर वर्षा रिकार्ड हुई है.
लोगों को नदी-नालों के समीप न जाने की हिदायत
मौसम विभाग ने खराब मौसम के मददेनजर लोगों खासतौर पर सैलानियों को सचेत रहने को कहा है. सैलानियों व आम जनता को भूस्खलन संभावित इलाकों और नदी-नालों के समीप न जाने की हिदायत दी गई है. दरअसल राज्य में हुई व्यापक वर्षा से नदी-नाले उफान पर हैं. राज्य के अधिकांश बांधों में पानी का स्तर स्तर खतरनाक स्तर से कुछ मीटर ही कम है.
हिन्दुस्थान समाचार