हमीरपुर: मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने हमीरपुर विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस की ओर से प्रचार की कमान संभालते हुए भाजपा पर जमकर प्रहार किए. सुक्खू ने बुधवार को हमीरपुर में चुनाव प्रचार के दौरान भाजपा प्रत्याशी आशीष शर्मा पर दोबारा हमला बोला और हमीरपुर हल्के की जनता से कांग्रेस प्रत्याशी डॉ. पुष्पिंदर वर्मा को वोट डालने का आहवान किया.
सुक्खू ने पूर्व सीएम जयराम ठकुर पर हमीरपुर की अनदेखी करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि प्रेम कुमार धूमल के हारने का हमीरपुर जिला को बड़ा नुकसान हुआ. बीते 5 साल जिला में विकास कार्य नहीं हुए. जयराम ने धूमल को कमजोर करने के लिए हमीरपुर में विकास रोक दिया. हमीरपुर से कोई मंत्री नहीं बनाया. धूमल 2017 में घोषित मुख्यमंत्री थे, उन्हें साजिश के तहत हराया गया. किसी ने सोचा नहीं होगा कि हमीरपुर जैसे छोटे जिला को दोबारा मुख्यमंत्री मिलेगा. लेकिन, कांग्रेस ने पहली बार निचले हिमाचल से मुख्यमंत्री बनाया.
सुक्खू ने कहा कि मेरे ही जिला के तीन विधायक सरकार गिराने के षड़यंत्र में शामिल हुए. दूसरे जिलों के विधायक व लोग अपने जिले का मुख्यमंत्री चाहते हैं और हमीरपुर जिला के तीन विधायक मुख्यमंत्री को हटाने में ही लग गए. ये वही लोग हैं जिन्होंने धूमल को हराने की भी साजिश रची. मुख्यमंत्री ने ये बातें हमीरपुर विधानसभा क्षेत्र के बल्ह, बलोह, अग्घार, दरोग, खग्गल व धनेड में कांग्रेस उम्मीदवार डॉ पुष्पिंदर वर्मा के पक्ष में चुनाव प्रचार के दौरान बुधवार को कहीं.
उन्होंने कहा कि जब सरकार गिराने की कोशिश हुई तो शिमला, कांगड़ा, सिरमौर, कुल्लू, ऊना के दो, चंबा इत्यादि जिलों के 34 विधायक चट्टान की तरह मेरे साथ खड़े रहे, लेकिन हमीरपुर जिला के तीन विधायकों ने गद्दारी की. उनमें शामिल आजाद विधायक आशीष शर्मा पैसे के अहंकार में हैं. उन्होंने अहंकार में ही 14 महीने में इस्तीफा दिया और सोचा कि पैसे के दम पर वोट खरीदकर साढ़े तीन साल के लिए दोबारा विधायक बन जाएंगे. मेरा हमीरपुर की जनता से अनुरोध है कि धनबल की राजनीति करने वालों को कड़ा सबक सिखाएं.
उन्होने कहा कि यह चुनाव जनता के वोट की कीमत को बचाने का भी है. क्योंकि, अगर नोट से वोट खरीदने वाले दोबारा जीत गए तो वोट का मूल्य ही खत्म हो जाएगा. आशीष शर्मा व्यापारी हैं और वोटों का व्यापार करने वालों की राजनीति में कोई जगह नहीं होनी चाहिए.
सुखविंदर सिंह ने कहा कि पूर्व निर्दलीय विधायक ने जनता की खनिज संपदा को लूटकर संपत्ति बनाई है. वह निर्दलीय विधायक थे, अगर कांग्रेस सरकार काम नहीं कर रही थी तो भाजपा के साथ विपक्ष में बैठ जाते, इस्तीफा देने की जरूरत क्या थी.
उन्होंने कहा कि अब भी वह विधायक बनने का चुनाव लड़ रहे हैं. अगर पहले काम नहीं हो रहे थे तो अब किससे उम्मीद है कि काम हो जाएंगे. मुख्यमंत्री तो मैं ही हूं, साढ़े तीन साल हमारी सरकार है, अगर गलती से विधायक बन गए तो काम फिर भी नहीं होंगे, क्योंकि काम तो मैंने ही करने हैं. इसलिए कांग्रेस उम्मीदवार डॉ पुष्पिंदर वर्मा को वोट दें. पुष्पिंदर ईमानदार व्यक्ति हैं और आपकी सेवा कर रहे हैं. इन्हें एक मौका दीजिए, यह जो भी काम बताएंगे, मैं सारे काम करूँगा. लोगों की पानी, बस व सड़क इत्यादि की सारी समस्याएं हल हो जाएंगी. बिकाऊ आशीष की जगह टिकाऊ पुष्पिंदर को चुनें.
हिन्दुस्थान समाचार