शिमला: पहाड़ी राज्य हिमाचल की आर्थिकी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाला सेब राजधानी शिमला की फल मंडियों में पहुंचाना शुरू हो गया है. शिमला की भट्टाकुफर फल मंडी में अर्ली वैरायटी के सेब ने दस्तक दे दी है. छरेड जून और टाइडमैन सेब लेकर बागवान भट्टाकुफर फल मंडी पहुंच रहे हैं. हालांकि सेब कच्चा होने के चलते बागवानों को सेब के अच्छे दाम नहीं मिल रहे है. राज्य सरकार ने इस बार यूनिवर्सल कार्टन में सेब बेचने के निर्देश जारी किए है. लेकिन अभी तक बागवानों को यूनिवर्सल कार्टन बाजार में नहीं पहुंचा है और न ही सरकार इसको लेकर कोई व्यवस्था कर पाई है. ऐसे में बागवान परेशान हो रहे है.
बागवानों का कहना है कि सरकार का ये फैसला अच्छा है लेकिन बाजार में यूनिवर्सल कार्टन नहीं मिल रहा है. जिसके चलते उन्हें पुराने कार्टन में ही नाशपाती, सेब लेकर आना पड़ रहा है. इसके अलावा अन्य स्टोन फ्रूट भी मंडी में आ रहे है जिसके अच्छे दाम बागवानों को मिल रहे है. आने वाले दिनों में सेब सीजन रफ्तार पकड़ेगा. 15 जुलाई के बाद सेब सीजन रफ्तार पकड़ना शुरू होगा.
भट्टाकुफर फल मंडी के आढ़ती ज्ञान चन्द ने कहा कि नाशपाती और सेब ने मंडी में दस्तक देना शुरू कर दिया और आज मतियाणा से बागवान सेब लेकर पहुंचे हैं, लेकिन बागवानों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. खासकर प्रदेश सरकार द्वारा यूनिवर्सल कार्टन में सेब बेचने की व्यवस्था करने के फरमान तो जारी कर दिए. लेकिन यूनिवर्सल कार्टन अभी फिलहाल बागवानों को नहीं मिल रहे हैं. प्रदेश सरकार जल्द से जल्द यूनिवर्सल कार्टन बागवानों को उपलब्ध करवाए.
उधर बागवानी मंत्री जगत नेगी ने कहा कि सेब सीजन को लेकर विभाग ने सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं. इस बार सेब सीजन समान्य रहने की उम्मीद है. बागवानों को कोई परेशानी न हो इसके लिए जरूरी दिशा निर्देश दे दिए गए हैं. इस बार यूनिवर्सल कार्टन में सेब बेचने के निर्देश दिए गए हैं जिसके लिए कार्टन बनाने वाली कंपनियों के साथ भी बैठके की गई हैं ताकि इसकी उपलब्धता सुनिश्चित हो सके.
हिन्दुस्थान समाचार