बिलासपुर: बिलासपुर गोलीकांड़ ममामले में कांग्रेस के पूर्व विधायक बंबर ठाकुर ने बड़ा दावा किया है. बंबर ठाकुर द्वारा एक बार फिर दो बड़े अधिकारियों पर सवाल उठाए गए हैं. पूर्व विधायक का कहना है कि उन्हें बदनाम करने के लिए दो अधिकारी बिलासपुर फाईरिं केस में संलिप्त हैं. जिनके नाम का खुलासा वे जल्द ही मीडिया में करेंगे. यह गोलीकांड मामला पूरी तरह से रचा गया षड़यंत्र है, ताकि उन्हें और उनके परिवार को बदनाम किया जा सके. यह बात कांग्रेस पूर्व विधायक बंबर ठाकुर ने की है.
बंबर ठाकुर ने बताया कि उन्होंने हिमाचल सरकार को एक पत्र लिखा है. जिसमें उन्होंने इस गोलीकांड मामले की जांच हाईकोर्ट के जज से करवाए जाने की मांग की है. जिससे की सचाई सबके सामने आए.उन्होंने कहा कि सौरव पटियाल उर्फ फांदी को गोली लगना एक सोची समझी साजिश है, क्योंकि जब सौरव पटियाल को एम्स में ले जाया गया तो तीन घंटे के अंदर ही डॉक्टर ने उसे स्वस्थ घोषित कैसे कर दिया. ऐसे में वो किसके संरक्षण में अभी तक एम्स में भर्ती है, इस पर भी पुलिस को पूरी जांच करनी चाहिए.
पूर्व विधायक ने कहा कि इस सारे मामले में जितने भी व्यक्ति संलिप्त हैं, वह पहले से ही सौरव पटियाल के मित्र हैं. उन्होंने कहा कि अब तक पुलिस की गिरफ्त से मल्ली नाम का युवक बाहर है और वो सौरव पटियाल की गैंग का ही आदमी है. उन्होंने कहा कि वे जल्द ही सारे सबूतों के साथ पूरी जानकारी जनता के समक्ष लाएंगे. जिसके बाद ये अपने आप पता चल जाएगा कि किस व्यक्ति द्वारा गोली चलाई गई थी और क्यों.
बंबर ठाकुर ने पुलिस प्रशासन की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े किए हैं. उन्होंने कहा कि पुलिस प्रशासन यह साफ करें कि गोली चलाने वाले युवक द्वारा पांच लाख रुपये लेने की बात कही गई है, इसका क्या सबूत है. यदि उनके या उनके परिवार के किसी भी सदस्य से पांच लाख रुपये का लेनदेन हुआ है तो वह बताएं. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि उनके खिलाफ एक बड़ा षड़यंत्र रचा गया है, जिसकी वजह से आज उनकी और उनके परिवार की बदनाम हो रही है.