शिमला: राजभवन से कुलपतियों के नियुक्ति संबंधी बिल से शुरू हुए विवाद को शांत करने के लिए शुक्रवार को मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू राज्यपाल से राजभवन में मिलने पहुंचे. इस दौरान मुख्यमंत्री ने इस मामले में अपनी बात रखी.
मुख्यमंत्री सुक्खू लगभग चार माह के बाद राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला से मिले. मुख्यमंत्री सुक्खू ने कहा कि कुछ मसलों को लेकर राज्यपाल ने नाराजगी जताई है, जो जायज़ भी है. योग दिवस पर सरकार की तरफ से कोई मंत्री, विधायक राज्यस्तरीय कार्यक्रम में शामिल न होने पर राज्यपाल ने नाराजगी जताई है. उन्होंने कहा कि कुलपतियों की नियुक्ति संबंधी बिल भी सरकार के पास ही है और संवाद की कमी के चलते ऐसा हुआ है. इसलिए भविष्य में राज्यपाल से संवाद को बेहतर बनाया जायेगा ताकि इस तरफ की गलतफहमी न हो. सरकार कुलपतियों की नियुक्ति को लेकर जल्द फैसला ले लेगी.
मुख्यमंत्री ने प्रदेश में बारिश के दौरान सभी विभागों को सतर्क रहने के निर्देश दे दिए गए हैं और वह स्वयं भी देखरेख कर रहे हैं. बीते वर्ष बरसात में हुए नुकसान को देखते हुए मुख्यमंत्री सुक्खू ने इस वर्ष लोगों को वर्षा के समय एहतियात बरतने और नदी नालों से दूर रहने की अपील की है. कानून व्यवस्था के सवाल पर मुख्यमंत्री सुक्खू ने कहा कि कानून की नज़र में सभी लोग एक समान हैं, वह चाहे आम आदमी हो या कोई नेता हो. बिलासपुर की घटना में पुलिस कानून के तहत काम कर रही है. कानून व्यवस्था से खिलवाड़ को सरकार बर्दाश्त नहीं करेंगी.
उल्लेखनीय है कि गुरुवार को ही राज्यपाल शुक्ला ने विश्वविद्यालयों के कुलपतियों की नियुक्ति संबंधी बिल को लेकर सरकार को आड़े हाथों लिया था. उन्होंने कहा था कि बिल राजभवन में नहीं है बल्कि सरकार के पास ही पड़ा है. ऐसे में कृषि मंत्री कुलपतियों की नियुक्ति नहीं होने पर राजभवन को गलत दोष दे रहे हैं. माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री की राज्यपाल से इस मुलाकात के बाद विवाद पर विराम लग गया है.
हिन्दुस्थान समाचार