मंडी: हिमाचल की सांस्कृतिक नगरी छोटीकाशी मंडी में रतन ज्वैलर्स के सौजन्य से पहले हिमाचल इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल का कांगणीधार स्थित संस्कृति सदन में धूमधाम के साथ हो गया. इस चार दिवसीय फिल्म फैस्टीवल का शुभारंभ अतिरिक्त उपायुक्त मंडी रोहित राठौर ने किया.
इस अवसर पर सिनेमा जगत से जुड़ी कई हस्तियों में चंद्रकांता फेम मशहूर अभिनेता अखिलेश मिश्रा, चिल्लर पार्टी बरेली बर्फी, जनहित में जारी, हसीन दिलरूबा आदि फिल्मों में अपने अभिनय की छाप छोडऩे वाली मंडी की बेटी सपना, तेलगु फिल्मों के अभिनेता एवं हिंदी फिल्मों के निर्माता आदित्य, मंडी की नातिन फन्ने खां फिल्म में अनिल कपूर के साथ लीड रोल करने वाली पीहू, द रेबिट हाउस के अभिनेता मंडी निवासी गगन प्रदीप के अलावा साहित्य, संगीत और रंगकर्म से जुड़ी अनेक हस्तियां मौजूद रही.
हिमाचली लोक रंग में डूबे संस्कृति सदन में आयोजित किए जा रहे पहले हिमाचल इंटरनेशनल फिल्म फेस्टीवल का शुभारंभ मुख्यअतिथि एडीसी रोहित राठौर ने दीप प्रज्जवलन के साथ किया. उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि मंडी जैसे शहर में हिमाचल इंटरनेशनल फिल्म फैस्टीवल का होना अपने आपमें गौरव की बात है. उन्होंने कहा कि यह खुशी की बात है कि फिल्म फैस्टीवल के डायरेक्टर पवन शर्मा के अलावा अन्य कलाकार मंडी से हैं, जिन्होंने यहां पर अभिनय की बारिकियां सीख कर मुबई में फिल्मों में अपने अभिनय की धूम मचा रखी है.
थियेटर का तकनीकी रूप है फिल्म
हिमाचल इंटरनेशनल फिल्म फैस्टीवल में विशेष रूप में पधारे अभिनेता अखिलेंद्र मिश्रा ने कहा कि मंडी आना उनका सौभाग्य है. मंडी हिमाचल प्रदेश की सांस्कृतिक राजधानी है. मंडी देवी देवताओं की भूमि है. उन्होंने कहा कि पवन शर्मा द्वारा आयोजित हिमाचल इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल एक बहुत बढिय़ा शुरुआत है. इस शुरुआत से कई युवा प्रेरणा लेंगे और भविष्य के साक्षी होंगे. उन्होंने कहा कि फिल्म फेस्टिवल का अदभुत शुभारंभ हुआ है, वे हर जगह होने वाले फिल्म फेस्टिवल में जाते हैं, इसलिए दावे के साथ कह रहा हूं जिस तरह का हाउस फुल हाल यहां है वैसे कम ही देखने को मिलते हैं.
उन्होंने कहा कि हर शहर में एक पवन शर्मा है, लेकिन मंडी शहर ने अपने पवन शर्मा को पहचानने में थोड़ी देर कर दी. लेकिन इस फिल्म फेस्टिवल के बहाने देर आए पर दुरूस्त आए. उन्होंने कहा कि कला, संस्कृति, गीत, संगीत और नाटक भगवान शिव के डमरू से निकले हैं. जबकि थियेटर का तकनीकी रूप फिल्म है, इसलिए रंगकर्म और फिल्म का करीबी रिश्ता है.
साहित्य, संगीत एवं नाटक की चार हस्तियां सम्मानित
हिमाचल की सांस्कृतिक विरासत को पोषित करने वाली चार विभूतियों को लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड गुरूओं के सम्मान स्वरूप प्रदान किया गया. इनमें राष्ट्रीय स्तर पर हिमाचल की हिंदी कहानी की पहचान बनाने वाले वरिष्ठ साहित्यकार प्रो. सुंदर लोहिया,फिल्म गीत गाया पत्थरों ने से मशहूर हुए लेखक केके नूतन, हिंदी और हिमाचली संगीत के पुरोधा संगीतज्ञ एसडी कश्यप और मंडी के रंगमंच को आधार देने वाले प्रोफेसर रमेश रवि को रंगमंच के क्षेत्र में प्रथम लाईफ टइम अचीवमेंट अवार्ड प्रदान किया गया. इस अवसर पर प्रो. रमेश रवि ने कहा कि यह एक शिक्षक के लिए गौरव की बात होती है, जब उनके शिष्य किसी खास मुकाम पर पहुंचने के बाद भी उन्हें भूलते नहीं बल्कि उनका आदर सम्मान करते हैं. वहीं पर केके नूतन ने अपने मंबई प्रवास के अनुभव साझाा करते हुए फिल्म गीत गाया पत्थरों ने को लेकर निर्माता निर्देशक के साथ हुए विवाद का किस्सा सुनाया.
अपने शहर का कर्ज चुकाने का प्रयास: पवन शर्मा
फिल्म फैस्टीवल के डायरेक्टर पवन शर्मा ने कहा कि मंडी अपने शहर में फिल्म फैस्टीवल का आयोजन करना उनके लिए किसी सपने के साकार होने जैसा ही है. इस दौरान भवुक हो उठे पवन ने कहा कि इस शहर में उन्होंने जिन गुरूजनों से अभिनय सीखा उस शहर का कर्ज चुकाने का प्रयास कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि बतौर फिल्म निर्देशक वे देश भर में होने वाले फिल्म फैस्टीवलों भाग लेते रहे हैं. ज्यूरी मेंबर भी बने मगर दिल में एक कसक सी रहती थी कि अपने शहर मंडी में भी इस तरह के फैस्टीवल की शुरूआत होनी चाहिए आज उनका यह सपना साकार हुआ है. वहीं इस छोटे से शहर से अभिनय की शुरूआत कर नेशनल स्कूल आफ ड्रामा में प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद माया नगरी मुबई में अपने अभिनय की छाप छोडने वाली सपना ने कहा कि अपनी जड़ों से जुडऩे का यह अवसर उन्हें मिला है.
सपना ने कहा कि जब उनसे किसी ने पूछा कि तू मुंबई में हिरोइन बनने जा रही है, तो मेरा जवाब था कि मैं हिरोइन नहीं आर्टिस्ट बनने जा रही हूं. उसी प्रकार मंडी के गगन प्रदीप ने भी इस अवसर पर अपनी यादे साझा की. जबकि फन्ने खां फिल्म की हिरोइन पीहू ने कहा कि मंडी मेरा ननिहाल है और यह एक सांस्कृतिक शहर है. यहां पर फिल्म फैस्टीवल का आयोजन अपने आपमें अदभुत अनुभव है.
फिल्म फैस्टीवल के दौरान दिखाई जाएगी 35 फिल्में
हिमाचल इंटर नेशनल फिल्म फेस्टीवल के दौरान चार दिनों में करीब 35 फिल्में दिखाई जाएगी. जिनमें वीरवार को कुल्लू के सैंज गांव पर आधारित गगन प्रदीप अभिनित फिल्म द रैबिट हाउस के प्रदर्शन के साथ ही फिल्म फैस्टीवल का शुभारंभ हुआ. इसके अलावा कई हिमाचली, आर्ट एवं क्षेत्रीय फिल्मों का भी इस दौरान प्रदर्शन होगा. फिल्म फेस्टीवल के प्रायोजक रतन ज्वैलर्स के राजा सिंह ने कहा कि मंडी में पहले हिमाचल इंटरनेशनल फिल्म फैस्टीवल की भव्य तरीके से शुरूआत हो गई है. अब आने वाले समय इसका स्वरूप और भी व्यापक होगा. इस अवसर पर मंडी नगर निगम के मेयर विरेंद्र भट्ट, उप महापौर एवं पार्षद गण, सरदार पटेल विश्व विद्यालय की प्रो वीसी अनुपमा सिंह, वरिष्ठ साहित्यकार डा. गंगा राम राजी समेत कई गएामान्य लोग मौजूद रहे.
हिन्दुस्थान समाचार