शिमला: झमाझम बारिश के बीच दक्षिण-पश्चिम मानसून ने पहाड़ी राज्य हिमाचल में प्रवेश कर दिया है. गुरूवार (27 जून) से शिमला सहित प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में व्यापक वर्षा हुई. गुरूवार से हिमाचल में मानसून ने दस्तक दे दी है. इस बार प्रदेश में मानसून की एंट्री देरी से हुई है. हालांकी, बीते साल मानसून की एंट्री 24 जून से हुई थी.
मौसम विभाग ने अगले चार दिन राज्य में मानसून की भारी वर्षा का येलो अलर्ट जारी किया है. आज 28 जून को भारी वर्षा के साथ बिजली चमकने और 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफतार से तुफान चलने की चेतावनी दी गई है. इस दौरान लोगों को एहतियात बरतने खासकर घरों से बाहर निकलने पर सावधान रहने की हिदायत दी गई है. 29 जून से 1 जुलाई तक भी भारी वर्षा का अंदेशा जताया गया है. दो व तीन जूलाई को कहीं-कहीं बिजली चमकने व तुफान चलने की आशंका है. विभाग ने भारी बारिश के मददेनजर भूस्खलन की घटनाएं बढ़ने की भी आशंका जताई और गंतव्य के लिए रवाना होने से पहले लोगों से अपनी मार्ग का पता करने की अपील की है. उन इलाकों में जाने से बचने का आहवान किया है, जहां अक्सर बरसात में जलभराव की दिक्कत आती है. गुरूवार सुबह तक राज्य में भूस्खलन की वजह से एक नेशनल हाईवे, दो सड़कें बंद रहीं. इसके अलावा 116 बिजली ट्रांसफार्मर खराब हुए. कांगड़ा और कुल्लू जिला में एक-एक सड़क बाधित रही. सिरमौर जिला में पांवटा-शिलाई एनएच पर भी वाहनों की आवाजाही ठप रही. बारिश व तुफान से ऊना जिला के अंब में सबसे ज्यादा 51 ट्रांसफार्मर खराब होने से बिजली गुल रही. इसी तरह मंडी जिला के सुंदरनगर में 40 और सरकाघाट में एक ट्रांसफार्मर बंद रहा. कुल्लू जिला के थलौट में तीन और मनाली में एक ट्रांसफार्मर खराब हुआ. किन्नौर जिला के कल्पा में 17 और चंबा जिला में तीन ट्रांसफार्मर खराब रहने से लोगों को बिजली की किल्लत से जूझना पड़ा.
हीटवेव से छुटकारा, पारा गिरा
बीते 24 घंटों के दौरान ऊना जिला के अंब में 48 मिली बारिश हुई. ऊना में 35, रोहड़ू में 24, बंगाणा में 22, कांगड़ा में 20, पालमपुर में 19, देहरा गोपीपुर में 14, जतौन बैराज में 13, भराड़ी व सराहन में 12-12 मिमी बारिश हुई है. मानसून के आगमन से लोगों को हीटवेव से राहत मिल रही है. राज्य के औसतन अधिकतम तापमान में गुरूवार को 3.3 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई. शिमला में पिछले कल दिन का पारा 25.4 डिग्री सेल्सियस था, जो आज लुढ़ककर 23.2 डिग्री पहुंच गया. सुंदरनगर में अधिकतम तापमान 30.1 उिग्री, भुंतर में 30.5 डिग्री, कल्पा में 23.8 डिग्री, धर्मशाला में 30 डिग्री, उना में 33.8 डिग्री, नाहन में 33.3 डिग्री, सोलन में 27.5 डिग्री, मनाली में 25.8 डिग्री, कांगड़ा में 33.5 डिग्री, मंडी में 30.8 डिग्री, बिलासपुर में 29.5 डिग्री, हमीरपुर में 29.5 डिग्री, जुब्बड़हट्टी में 27.2 डिग्री, कुफरी में 19.6 डिग्री, नारकंडा में 23.7 डिग्री, रिकांगपिओ में 29.6 डिग्री, सियोबाग में 29.1 डिग्री, धौलाकूआं में 33.9 डिग्री, बरठीं में 28.7 डिग्री, ताबो में 26.3 डिग्री, मशोबरा में 23.5 डिग्री, नेरी में 34.7 डिग्री, सैंज में 27.7 डिग्री, बजुआरा में 30.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.
12 साल बार मानसून का 27 जून को आगमन
प्रदेश में इस बार मानसून का देरी से आगमन हुआ है. राज्य में मानसून अक्सर 23 जून को दस्तक देता है. खास बात यह है कि 12 वर्ष बाद मानसून का 27 जून को प्रदेश में आगमन हुआ है. इससे पहले वर्ष 2012 में भी मानसून इसी तारीख को पहुंचा था. पिछले साल मानसून का 24 जून को आगमन हुआ था. जबकि वर्षा 2022 में मानसून 29 जून, वर्ष 2021 में 13 जून, वर्ष 2020 में 24 जून, वर्ष 2019 में 2 जूलाई, वर्ष 2018 में 27 जून, वर्ष 2017 में 1 जुलाई, वर्ष 2016 में 21 जून, वर्ष 2015 में 24 जून, वर्ष 2014 में 1 जुलाई और वर्ष 2013 में 15 जून को प्रदेश में पहुंचा था.
पिछले साल मानसून ने मचाई थी तबाही
हिमाचल प्रदेश में 2023 में मानसून की मुसलाधर बारिश से आई त्रासदी ने भारी तबाही मचा दी थी. पिछले साल जुलाई माह के दूसरे हफते प्रदेश में बादल इस कदर बरसे कि मंडी और कुल्लू जिले में हर ओर तबाही का मंजर देखने को मिला था. इसके बाद अगस्त महीने में शिमला और सोलन जिलों में मानसून ने कहर बरपाया था. बीते साल मानसून सीजन के दौरान प्रदेश में लैंडस्लाइड की 169 घटनाएं और फ्लैश फ्लड की 72 घटनाएं हुई थी. मानसून सीजन में 500 से ज्यादा लोगों की मौत हुई थी.
हिन्दुस्थान समाचार