शिमला: छह विधायकों की बर्खास्तगी और तीन निर्दलीय विधायकों के इस्तीफे पर विधानसभा अध्यक्ष के निर्णय को लेकर भाजपा लगातार निशाना साध रही है. नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने पिछले दिन ही स्पीकर को सीएम के हाथ की कठपुतली करार देते हुए उनके बयान और आचरण पर सवाल उठाए हैं, जिसको लेकर बुधवार को विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने शिमला में पलटवार किया.
कुलदीप सिंह पठानिया ने विधानसभा स्थित अपने चेम्बर में आयोजित पत्रकार वार्ता में कहा कि नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर अपनी जुबान पर संयम रखे और कोर्ट व सदन के फैसलों को लेकर जनता के बीच गलत बयानबाजी करने से बाज आए अन्यथा उनके खिलाफ भी सदन की अवमानना के लिए मजबूरन कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी.
विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने कहा कि बीते दिनों दो मामलों छह विधायको और तीन निर्दलीय विधायकों के खिलाफ संवैधानिक अधिकार शेड्यूल 10 के तहत विधानसभा सचिवालय ने कारवाई की है. सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट ने भी इन निर्णयों को लेकर सही ठहराया है ऐसे में नेता विपक्ष जयराम ठाकुर जनता कर बीच गलत बयानबाजी कर रहे हैं जो बर्दाश्त नहीं होगी. सभी सदस्य सदन की मान मर्यादा को कायम रखें.
विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि मुझे अपने आचरण का सर्टिफिकेट जयराम ठाकुर से लेने की आवश्यकता नही है. प्रदेश की जनता विधान सभा अध्यक्ष का आचरण देख रही है और लोगों ने उसका फैसला चुनाव में भी दे दिया है. जयराम ठाकुर शब्दों व अपनी भाषा पर नियंत्रण रखें और कोर्ट व जनता के जनमत पर पर विश्वास करें.
भाजपा के नौ विधायकों के खिलाफ चल रहे मामले पर विधान सभा अध्यक्ष ने कहा कि मामला विधान सभा सचिवालय के विचाराधीन है और इसमें सभी को नोटिस भेजे गए हैं जिसका जवाब भी आ गया है. सदन के आसान पर जाकर कागज फाड़ना, नारेबाजी करना आसान का अपमान है. फिलहाल मामला विचाराधीन है और समय आने पर इस पर निर्णय लिया जाएगा.
विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि उन्होंने सदन का संचालन पूरी निष्ठा और निष्पक्षता से किया है. पक्ष और विपक्ष दोनों को पूरा समय दिया गया है. डेढ़ वर्ष में सदन की प्रोडक्टिविटी 132 प्रतिशत रही है, जो अपने आप में बड़ी बात है, इसके बावजूद नेता विपक्ष जयराम ठाकुर गलत बयानबाजी कर रहे हैं.
हिन्दुस्थान समाचार