मंडी: हिमाचल की सांस्कृतिक नगरी छोटीकाशी मंडी में पहला हिमाचल इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल आज से (वीरवार) कांगणीधार स्थित संस्कृति सदन में होने जा रहा है. फिल्म फैस्टीवल के डायरेक्टर पवन शर्मा और प्रायोजक रतन ज्वैलर्स के राजा सिंह ने बताया कि इस चार दिवसीय फिल्म फैस्टीवल का शुभारंभ 27 जून से हो रहा है.
उन्होंने बताया कि इस अवसर पर हिमाचल ही नहीं राष्ट्रीय स्तर पर मंडी की पहचान बनाने वाली कला, संस्कृति, साहित्य एवं संगीत के क्षेत्र की चार प्रमुख हस्तियों को इस अवसर पर रतन ज्वैलर्स की ओर से लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड गुरूओं के सम्मान स्वरूप दिया जाएगा. जिनमें फिल्म गीत गाया पत्थरों ने से मशहूर हुए लेखक केके नूतन, मंडी के रंगमंच को आधार देने वाले प्रोफेसर रमेश रवि को रंगमंच के क्षेत्र में , हिंदी और हिमाचली संगीत के पुरोधा संगीतज्ञ एसडी कश्यप और राष्ट्रीय स्तर पर हिमाचल की हिंदी कहानी की पहचान बनाने वाले वरिष्ठ साहित्यकार प्रो. सुंदर लोहिया को प्रथम लाईफ टइम अचीवमेंट अवार्ड प्रदान किया जाएगा.
उन्होंने बताया कि फिल्म फेस्टीवल में भाग लेने के लिए बाहर से मेहमान कलाकार आने शुरू हो गए हैं. जिनमें पचास फिल्म निर्देशक और इस अभिनेता एवं अभिनेत्रियां शामिल है.
पवन शर्मा ने बताया कि फिल्म फेस्टीवल की पहली फिल्म द रेबिट हाउस होगी. जो कुल्लू जिला के सैंज गांव में बनाई गई है. जिसमें मंडी से संबंध रखने वाले कलाकार गगन प्रदीप ने मुख्य भूमिका निभाई है. इसके अलावा हिमाचल की अन्य फिल्में चिट्टा, मुकाल और कीलें के अलावा वन रक्षक फिल्म भी दिखाई जाएगी. इसके अलावा शाम साढ़े पांच बजे के करीब घंटाघर स्थित संकन गार्डन में नगर निगम के सौजन्य से मेहमान कलाकारों का स्थानीय लोगों के साथ संवाद एवं चर्चा होगी. इस दौरान ये कलाकार लोगों से बातचीत कर उनकी जिज्ञासा को शांत करेंगे.
35 फिल्में दिखाई जाएगी
पवन शर्मा ने बताया कि हालांकि, मंडी में होने वाला यह फिल्म फेस्टीवल चार दिन को है. इसके बावजूद फिल्में दिखाने के लिए समय कम बच रहा है. उन्होंने बताया कि हिमाचल इंटरनेशनल फिल्म फैस्टीवल के दौरान 35 फिल्में दिखाई जाएगी. इसके अलावा आईआईटीमंडी में भी दो दिनों तक समांतर फिल्में दिखाई जाएगी. इसके अलावा अलग-अलग राज्यों के लोकनृत्यों की झलक भी इस दौरान देखने को मिलेगी.
मंडी से की है थियेटर की शुरूआत
इस फिल्म फैस्टीवल के दौरान मंडी जिला के कई कलाकार ऐसे हैं जिन्होंने इस छोटे से शहर से अभिनय की शुरूआत कर नेशनल स्कूल आफ ड्रामा में प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद माया नगरी मुबई में अपने अभिनय की छाप छोड़ी है. उनमें मंडी शहर की सपना मुदगल भी है. सपना ने बताया कि मंडी से थियेटर की शुरूआत करने के बाद उन्होंने नेशनल स्कूल आफ ड्रामा में प्रशिक्षण प्राप्त किया और मुबई में अपनी किस्मत आजमाने चली गई. जहां पर चिल्लर पार्टी बरेली बर्फी, जनहित में जारी, हसीन दिलरूबा आदि फिल्मों में अपने अभिनय की छाप छोड़ी. वहीं पर मंडी की नातिन पीहू ने कहा कि मंडी मेरा ननिहाल है और यह शहर सांस्कृतिक दृष्टि से समृद्ध है.
उन्होंने बताया कि उन्होंने फन्ने खां फिल्म में अनिल कपूर के साथ लीड रोल किया. इसके अलावा मंडी के ही गगन प्रदीप निकी फिल्म द रेबिट हाउस का प्रदर्शन इस फिल्म फैस्टीवल के उदघाटन अवसर पर हो रहा है. गगन भी अपनी अभिनय यात्र की जानकारी दी. वहीं पर उत्तर प्रदेश में जन्में तेलगु फिल्मों के अभिनेता एवं हिंदी फिल्मों के निर्माता आदित्य ने बताया कि उन्होंने करीब बीस से भी ज्यादा तेलगु फिल्मों में अभिनय किया है. जबकिहिंदी में संत तुका राम फिल्म का निर्माण वे कर रहे हैं. इस अवसर पर अनुराग वशिष्ट ने कहा कि वे हिमाचल से बाहर कला प्रोडक्षन कंपनी के नाम से कई शो कर चुके हैं. अभी हाल ही में रडार इंडिया पर वे अपना शो कर चुके हैं. हिमाचल के कलाकारों को अवसर प्रदान करने का काम उनकी कंपनी करने जा रही है. जिससे जहां राष्ट्रीय स्तर पर उन्हें पहचान मिले और हिमाचली कलाकारों की मेलों पर निर्भरता भी कम हो.
हिन्दुस्थान समाचार