शिमला: पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर कानून व्यवस्था के मुद्दे पर सतारूढ़ कांग्रेस सरकार की घेरांबदी की है. उनका कहना है कि प्रदेश में कानून की सरेआम धज्जियां उड़ रही हैं और अपराधियों के हौंसले बुलंद हो रहे हैं.
जयराम ठाकुर ने मंगलवार को यहां पत्रकार वार्ता में कहा कि कांग्रेस के शासन में प्रदेश के हालात बिगड़ गए हैं. बीते 17 महीने में 300 से ज्यादा बलात्कार और 150 से अधिक हत्या के मामले सामने आए हैं. अब तो उत्तर प्रदेश और बिहार जैसी सुनी सुनाई घटनाएं हिमाचल प्रदेश में होने लग गई हैं. बिलासपुर में जुडशियल कॉम्प्लेक्स में सामने आई गोलीकांड की घटना से यह साफ हो गया है. इस गोलीकांड में बिलासपुर सदर के पूर्व विधायक के बेटे की संलिप्तता सामने आई है और वह अभी फरार है. उसे कांग्रेस सरकार का पूर्ण संरक्षण मिला है और इसका प्रमाण इससे दिखता है कि उसकी अभी तक गिरफ्तारी नहीं हुई है.
जयराम ठाकुर ने आरोप लगाया कि बिलासपुर में बच्चा-बच्चा बोल रहा है कि चिट्टे का धंधा कांग्रेस सरकार के संरक्षण में चल रहा है. इस चिट्टे के दौर में इसको रोकने के लिए प्राथमिकता बिल्कुल नहीं दी जा रही है, वह इसलिए क्योंकि इसी सरकार के लोग इस धंधे को चला रहे हैं. मुख्यमंत्री को इसकी पूरी जानकारी है फिर भी कुछ नहीं कर रहे हैं, भाजपा ने तय किया है कि कानून व्यवस्था के गंभीर मुद्दे को जन-जन तक पहुंचाएंगे.
जयराम ने मीडिया के सवाल के जवाब में कहा कि भाजपा विधायकों की विधानसभा सदस्यता रद्द करने का विधानसभा अध्यक्ष के पास कोई भी अधिकार नहीं है, जब केवल इन सदस्यों ने सरकार के खिलाफ नारे लगाए थे. वर्तमान विधानसभा अध्यक्ष ने सभी नियमों और व्यवस्थाओं की धज्जियां उड़ा दी है. विधानसभा अध्यक्ष केवल मुख्यमंत्री की कठपुतली बनके रह गया है, न जाने मुख्यमंत्री ने उनको किस पदों का प्रलोभन दिया है.
उन्होंने कहा कि वर्तमान कांग्रेस सरकार बचाने वाली नहीं है, यह हमारी वजह से नहीं परंतु कांग्रेस के अपने विधायकों से ही कांग्रेस को खतरा है. ऐसा प्रतीत होता है कि सीपीएस मामले के नतीजे से कांग्रेस नेताओ को डर लग रहा है.
हिन्दुस्थान समाचार