बिलासपुर: हिमाचल के बिलासपुर गोलीकांड का मामला अब तूक पकड़ रहा है. बीते दिन एसपी विवेक चहल ने इस फार्रिंग केस में पूर्व विधायक बंबर ठाकुर के बेटे पुरंजन ठाकुर को मास्टरमाइंड बताया था. जिसके बाद आज पूर्व विधायक बंबर ठाकुर ने डीजीपी अतुल वर्मा पर गंभीर और बड़े आरोप लगाए हैं. बंबर ठाकुर ने कहा कि आज डीजीपी अतुल वर्मा मेरे से 20 साल पुरानी रंजिश निकाल रहे हैं. क्योंकि यह वहीं डीजीपी हैं, जिन्होंने 20 वर्ष पहले उनके खिलाफ झूठे मामले दर्ज किए थे और बाद में मुझसे माफी भी मांगी थी. इसी बात का बदला डीजीपी अपने पुलिस फोर्स के साथ मिलकर मुझसे ले रहे हैं.
बिलासपुर शहर में विरोध रैली के दौरान बंबर ठाकुर की आंख से आंसू झलक आए. उन्होंने कहा कि मुझे पता है कि आज मेरी ये आखरी रैली भी हो सकती है. क्योंकि सदर विधायक त्रिलोक जम्वाल के शूटर उनके ही घर में छिपे बैठे हैं और वह मुझे किसी भी पल मार सकते हैं. ऐसे में अगर मेरी या मेरी परिवार के किसी भी सदस्य की हत्या हो जाती है तो, उसके जिम्मेदार डीजीपी अतुल वर्मा, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जगत प्रकाश नड्डा और सदर विधायक त्रिलोक जम्वाल होंगे.
बंबर ठाकुर ने कहा कि मुझे मालूम है कि मेरे परिवार पर कभी भी जानलेवा हमला हो सकता है. उन्होंने कहा कि भले ही आज बीजेपी नशा माफियाओं को समर्थन देने के लिए बिलासपुर शहर में प्रदर्शन कर रैली निकाल रही है. और बीजेपी का नेतृत्व आज बिलासपुर पहुंचा है. परंतपु कल को यही नशा माफिया इनके घरों में घुसकर भी गोलीबाजी कर सकते हैं. बीजेपी मेरा राजनीतिक करियर खराब करने में जुटी हुई है. इसलिए मुझे और मेरे परिवार को फंसाया गया है. उन्होंने उम्मीद जताई है कि सीएम सुक्खू स्वतः इस केस में हस्तक्षेप करेंगे और मामले की सही जांच होगी.
बंबर ने बताया कि उनको विश्वास है कि उन्हें और उनके परिवार किसी न किसी एक दिन इंसाफ जरूर मिलेगा. क्योंकि इससे पहले भी उन पर और उनके पूरे परिवार पर कई झूठे मुकदमे और ब्यान दिए गए हैं, परंतु अंततः उनका परिवार बाइज्जत निकला है और इस मामले में भी यही होगा. आज भाजपा बिलासपुर में उतरकर धरना प्रदर्शन कर रही है, परंतु जब सिकरोहा पंचायत के चंदपुर गांव में हत्या की गई, तब बीजेपी यहां पर क्यों नहीं पहुंची. यह सब सोची समझी चाल है और इस साजिश को वह पूरे नहीं होने देंगे. उन्होंने कहा कि वह आज भी हिमाचल की जनता के साथ खड़े हैं और आगे भी इनके साथ खड़े रहेंगे.