नालागढ़: मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि तीनों निर्दलीय पूर्व विधायक बिकने के बाद भाजपा के गुलाम हो चुके हैं. ईमान बेचने के बाद इन्होंने विधायक पद से इस्तीफा दिया. खुद को भाजपा की राजनीतिक मंडी में बेचा न होता तो निर्दलीय विधायक अपने पद से इस्तीफा क्यों देते. पैसा लिया है इसलिए भाजपा के सामने घुटने टेकने को निर्दलीय पूर्व विधायक मजबूर हैं.
मुख्यमंत्री बुधवार को यहां कांग्रेस उम्मीदवार हरदीप सिंह बाबा की नामांकन रैली को संबोधित कर रहे थे. इससे पहले मुख्यमंत्री ने हरदीप सिंह का नामांकन पत्र दाखिल करवाया. सुखविंदर सिंह सुक्खू ने रैली में कहा कि नालागढ़ में मुकाबला धनवान और गुणवान के बीच है. यह चुनाव राजनीतिक सुचिता और स्वच्छता के लिए है. इसलिए हरदीप सिंह बाबा को जिताकर विधानसभा भेजें. बाबा जो भी काम लेकर आएंगे, उन्हें किया जाएगा. साढ़े तीन साल में नालागढ़ की सूरत बदल देंगे.
सीएम सुक्खू ने कहा कि नालागढ़ के पूर्व विधायक केएल ठाकुर अपने क्रशर का स्टे लेने के लिए हाईकोर्ट की दौड़ लगा रहे हैं. लेकिन, जनता की समस्याओं का.
समाधान कराने के लिए कभी शिमला की दौड़ नहीं लगाई. वह अपने निजी काम लेकर ही आते थे, नालागढ़ में विकास कार्य मैंने खुद किए. बिकने के बाद पूर्व विधायक एक महीना अपने विधानसभा क्षेत्र नालागढ़ में नहीं आए. अब वह किस मुंह से दोबारा वोट मांग रहे हैं, जनता ने उन्हें विधायक चुनकर भेजा था. 14 महीने में उन्हें इस्तीफा देने की जरूरत क्यों पड़ी. वह निर्दलीय थे, वैसे भी भाजपा के साथ जा सकते थे, लेकिन जो पैसा उन्होंने अपना ईमान बेचकर लिया था, उसके दबाव में विधायक पद से इस्तीफा देना पड़ा.
मुख्यमंत्री ने कहा कि जयराम ठाकुर फिर आकर झूठ बोलेंगे, लेकिन प्रदेश में उनकी सरकार बनने वाली नहीं है. कांग्रेस के विधायकों की संख्या बढ़कर 38 हो चुकी है. उपचुनाव की तीनों सीटें जीतकर 40 का आंकड़ा पार करेंगे. भाजपा का झूठ व फरेब चलने वाला नहीं है. हमने बिकने वाले को नहीं, ईमानदार हरदीप बाबा को टिकट दिया है. भाजपा के उम्मीदवार केएल बिके कभी जनता के सच्चे हितैषी नहीं हो सकते. जो जनता की भावनाओं का ही सौदा कर दे, वह सच्चा सेवक नहीं हो सकता.
हिन्दुस्थान समाचार