अपनी सुरीली आवाज से 90 के दशक में बॉलीबुड में अपनी पहचान बनाने वाली पार्श्वगायिका अलका याग्निक एक दुर्लभ बीमारी से पीड़ित हैं. उन्होंने इस बारे में सोशल मीडिया पर पोस्ट कर जानकारी दी है. उन्होंने कहा कि उनकी सुनने की क्षमता पर असर पड़ा है.
अलका के अनुसार उन्हें ये समस्या एक वायरल अटैक के बाद हुई. एक दिन फ्लाइट से बाहर निकलते वक्त उन्हें एहसास हुआ कि उन्हें कुछ सुनाई नहीं दे रहा है. अलका ने प्रशंसकों और सह-कलाकारों को दुर्लभ स्थिति के बारे में बताते हुए तेज संगीत से दूर रहने की सलाह दी.
अलका याग्निक ने इंस्टाग्राम पर लिखा, “मेरे सभी प्रशंसकों, दोस्तों, फॉलोवर्स और शुभचिंतकों के लिए. कुछ हफ्ते पहले, जब मैं एक फ्लाइट से बाहर निकली, तो मुझे अचानक लगा कि मैं कुछ भी सुन नहीं पा रही हूं. इस घटना के बाद के हफ्तों में कुछ हिम्मत जुटाकर, मैं अपने सभी दोस्तों और शुभचिंतकों के लिए अब अपनी चुप्पी तोड़ना चाहती हूं, जो मुझसे पूछ रहे हैं कि मैं एक्शन में क्यों गायब हूं. मेरे डॉक्टरों ने वायरल अटैक के कारण एक रेयर सेंसरी न्यूरल नर्व हियरिंग लॉस के रूप में इसका डायगनोज किया है…इस अचानक, बड़े झटके ने मुझे पूरी तरह से चौंका दिया है. जैसा कि मैं इससे उबरने का प्रयास कर रही हूं, कृपया मुझे अपनी प्रार्थनाओं में रखें. ”
इस मौके पर अलका ने अपने फैंस और दूसरे सिंगर्स को अहम सलाह दी है. उन्होंने कहा कि मैं अपने प्रशंसकों और युवा सहयोगियों को हेडफ़ोन और तेज़ संगीत के बारे में चेतावनी देना चाहती हूं. एक दिन मैं अपने पेशे से स्वास्थ्य को होने वाले नुकसान के बारे में जरूर बात करूगी. आपके सभी प्यार और समर्थन से मैं अपना जीवन वापस पटरी पर लाने की उम्मीद करती हूं और जल्द ही आपसे दोबारा मिलने की उम्मीद करती हूं. इस कठिन समय में आपका समर्थन मेरे लिए बहुत मायने रखता है.
58 वर्षीय अलका याग्निक एक लोकप्रिय भारतीय गायिका हैं. वह नब्बे के दशक की सर्वश्रेष्ठ गायिकाओं में से एक हैं. वह चार दशकों से भी अधिक समय से अपने गानों से लोगों का मनोरंजन कर रही हैं. इस दौरान उन्होंने ‘तू शायर है मैं तेरी शायरी’, ‘गली में आज चांद निकला’, ‘अगर तुम साथ हो’ जैसे कई सुपरहिट गानों को अपनी आवाज दी है. अलका कई स्टेज शो भी किए हैं. अब जब उन्होंने अपनी सेहत के बारे में जानकारी दी है तो फैंस चिंता जाहिर कर रहे हैं.
हिन्दुस्थान समाचार