शिमला: राजधानी शिमला में वीक एंड के बाद सोमवार को हफ्ते के पहले दिन यातायात व्यवस्था पटरी से उतर गई. सोमवार को जगह-जगह लगे ट्रैफिक जाम से लोगों को भारी परेशानियां झेलनी पड़ रही है. शहर की लाइफलाइन सर्कुलर रोड और सोलन-शिमला हाईवे पर सुबह से दोपहर तक वाहन चालकों को घण्टों जाम से जूझना पड़ा.
आलम यह रहा कि सोलन-शिमला हाइवे पर घौड़ा चौकी से बस स्टैंड तक के पांच किलोमीटर के सफर को तय करने में लोगों को डेढ़ घंटे का समय लग गया. जाम का यही हाल संजौली, पेट्रोल पंप से छोटा शिमला, लक्कड़ बाजार से ऑकलैंड, बीसीएस से खलीनी और न्यू शिमला में रहा. इस दौरान कॉलेज, सरकारी कार्यालय और निजी क्षेत्र में काम करने वालों को सबसे ज्यादा परेशानी हुई. घौड़ा चौकी से ओल्ड बस स्टैंड की तरफ आ रहे यात्री सुबह करीब 9:13 बजे एचआरटीसी की बस में बैठे. इस दौरान बालूगंज-एमएलए क्रॉसिंग, रेलवे स्टेशन से लेकर ओल्ड बस स्टैंड तक वाहनों की कतारें लग गईं. देरी के चलते रेलवे स्टेशन में बस से उतरकर पैदल चलकर करीब 10:43 बजे ओल्ड बस स्टैंड पहुंचे.
इसी तरह नवबहार से बैम्लोई के लिए 4 किमी के सफर को तय करने में लोगों को करीब पौना घण्टा लग गया. ट्रैफिक जाम से नाराज लोगों का कहना है कि सड़कों पर पुलिस कर्मियों के बावजूद भी रोजाना लगातार जाम लग रहा है. लोगों ने प्रशासन से जाम का स्थायी समाधान करने की मांग की.
शिमला के पुलिस अधीक्षक संजीव कुमार गांधी ने बताया कि हफ्ते के पहले दिन भारी संख्या में लोगों के घरों से निकलने के कारण जाम की स्थिति खड़ी हुई है. उनका कहना है कि ज्यादातर संख्या में लोग अपने वाहनों से सफर करते हैं. इसके अलावा समर सीजन में मैदानी इलाकों से भी वाहनों का लगातार आना जारी है. उन्होंने कहा कि जाम की समस्या के स्थायी समाधान के प्रयास किए जा रहे हैं.
पुलिस के अनुसार समर सीजन में रोजाना तीन हज़ार के करीब वाहन शिमला शहर में दाखिल हो रहे हैं. वीक एंड पर इन वाहनों की संख्या 8 से 10 हज़ार पहुंच जाती है.
हिन्दुस्थान समाचार