शिमला: लोकसभा चुनाव और विधानसभा उपचुनाव के नतीजों के बाद हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस की सुक्खू सरकार ने प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व प्रियंका गांधी के करीबी केहर सिंह खाची को कैबिनेट मंत्री का दर्जा देने का निर्णय लिया है.
केहर सिंह खाची हिमाचल प्रदेश राज्य वन विकास निगम लिमिटेड का उपाध्यक्ष हैं. राज्य सरकार ने पिछले साल मार्च महीने में उन्हें इस पद पर नियुक्त किया था. रोचक बात यह है कि उनकी तैनाती के करीब 14 महीने बाद सरकार ने उन्हें कैबिनेट रैंक प्रदान किया है. इस सम्बंध में शासन की ओर से अधिसूचना जारी हुई है. इसके अनुसार राज्य वन विकास निगम लिमिटेड के उपाध्यक्ष केहर सिंह खाची को तत्काल प्रभाव से कैबिनेट मंत्री का दर्जा प्रदान किया गया है.
केहर सिंह खाची कांग्रेस में कई पदों पर काम कर चुके हैं तथा वह कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका वाड्रा के करीबी नेताओं में से एक हैं. विधानसभा चुनाव के समय केहर सिंह खाची ठियोग से कांग्रेस टिकट के प्रबल दावेदार थे. हालांकि उन्हें टिकट नहीं मिली थी.
शिमला जिला में कैबिनेट रैंक वाले नेताओं का दबदबा
केहर सिंह खाची को कैबिनेट रैंक मिलने के साथ ही शिमला जिला में कैबिनेट रैंक वाले आधा दर्जन नेता हो गए हैं. सुक्खू सरकार के तीन मंत्री शिमला जिला से हैं. इनमें विक्रमादित्य सिंह, अनिरुद्ध सिंह और रोहित ठाकुर शामिल हैं. इसके अलावा रोहड़ू से विधायक मोहन ब्राक्टा मुख्य संसदीय सचिव हैं. तो रामपुर से विधायक नंद लाल को सातवें वित्त आयोग का अध्यक्ष के साथ कैबिनेट रैंक हासिल है. शिमला जिला से ताल्लुक रखने वाले मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार नरेश चौहान को भी कैबिनेट रैंक मिला है.
सुक्खू सरकार में मंत्री का एक पद खाली
इस बीच आने वाले दिनों में राज्य में मंत्रिमंडल विस्तार और निगम-बोर्डों में अन्य तैनातियां होनी हैं, जिसको लेकर कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता लॉबिंग कर रहे हैं. अभी प्रदेश मंत्रिमंडल में एक पद खाली चल रहा है. इसके अलावा मुख्य सचेतक, खाद्य आपूर्ति निगम और हिमफेड के अध्यक्ष की तैनाती होनी है. लोकसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने होलीलॉज के करीबी रामपुर के विधायक नंद लाल को सातवें वित्त आयोग का अध्यक्ष और फतेहपुर के विधायक भवानी सिंह पठानिया को राज्य योजना बोर्ड का उपाध्यक्ष बनाकर कैबिनेट रैंक दिया है.
हिन्दुस्थान समाचार