चित्तौड़गढ़ जिले में एंट्री फीस पर हुए विवाद के बाद लोगों की भीड़ ने फेमस वाटर पार्क में तोड़फोड़ की और जमकर उत्पात मचाया. आरोपी फ्री एंट्री चाहते थे.
दरअसल, आरोपियों का तर्क था कि वे स्थानीय लोग हैं, इसलिए उनसे वाटर पार्क में फीस न ली जाए. जब पार्क प्राधिकरण ने इस बात का समर्थन करने से इनकार कर दिया, तब मारपीट शुरू हो गई और आरोपियों ने कुछ स्थानीय लोगों को मौके पर बुला लिया.
पुलिस ने बताया कि हमीरगढ गांव के पहले चित्तौड़-भीलवाड़ा हाईवे मार्ग पर स्थित एक वाटर पार्क में लोगों के एक गुट ने जेसीबी मशीन का इसतेमाल कर वहां तोड़फोड़ करना शुरू कर दिया, जिसमें एक स्विमिंग पूल की बाउंड्री भी शामिल है.
इसी मामले को लेकर एक और घटना भी सामने आई है कि वाटर पार्क के कर्मचारियों ने एक युवक के साथ कहासुनी के बाद हाथापाई की थी. जिस पर युवक के समर्थक सोनियाणा गांव सहित आस-पास के गांवों के लगभग 100 लोगों ने वाटर पार्क पर पहुंचकर जेसीबी से जमकर तोड़फोड़ की. एक के बाद एक तोड़फोड़ की वारदात से वाटर पार्क में नहाने आये लोग सकते में आ गये, जो अपनी जान बचाने के लिए इधर उधर भागते नजर आए.
वहीं, DSP रविंद प्रताप सिंह ने कहा कि वाटर पार्क में तोड़फोड़ और उत्पात की जानकारी निलते ही गंगरार थाना पुलिस मौके पर पहुंच गई. लेकिन युवकों की संख्या ज्यादा होने के कारण मौके पर भारी पुलिस बल को मंगवाया गया. लेकिन, तब तक युवक तोडफोड़ करके मौके से फरार हो गए. गंगरार पुलिस ने वाटर पार्क में लगे सीसीटीवी फुटेज को देखते हुए युवकों की तलाश शुरू कर दी है. वहीं, अब मौके पर पुलिस बल तैनात है.