कुल्लू: हिमाचल के लाहौल-स्पीति जिले में हुए उपचुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार अनुराधा राणा 31 साल की उम्र में हिमाचल प्रदेश की 14वीं विधानसभा में सबसे कम उम्र की विधायक बन गई हैं. वे कांग्रेस विधायक दल में एकमात्र महिला विधायक बनी हैं. कांग्रेस दल के अन्य सभी 37 विधायक पुरुष हैं. अब हिमाचल विधानसभा के नए विधायकों की शपथ ग्रहण मानसून सत्र के दौरान होगी. इस तरह सबसे युवा विधायक होने का दूसरा और कांग्रेस की अकेली महिला विधायक होने का तीसरा रिकॉर्ड भी अनुराधा राणा के नाम शामिल हो गया है.
अनुराधा राणा ने बीजेपी प्रत्याशी रवि ठाकुर की जमानत जब्त करवाकर अपने नाम एक रिकॉर्ड बनाया है. लाहौल-स्पीति विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस उम्मीदवार अनुराधा ने 9 हजार 414 वो़टों से बीजेपी से बागी हुए निर्दलीय उम्मीदवार डॉ. रामलाल मारकंडा को मात दी है.
भाजपा से बागी हुए रामलाल मारकंडा को 7 हजार 454 वोट मिले और बीजेपी प्रत्याशी रवि ठाकुर को केवल 3 हजार 49 वोट हासिल हुए जिस कारण रवि ठाकुर अपनी जमानत भी नहीं बचा सके. ऐसे में विधायक अनुराधा राणा के नाम पहला रिकॉर्ड बागी नेता मारकंडा के सहयोग से भाजपा प्रत्याशी की जमानत जब्त करवाने का है.
इससे पूर्व हिमाचल की विधानसभा में भाजपा ने पच्छाद से विधायक रीना कश्यप विधानसभा में अकेली महिला विधायक थीं. 13वीं विधानसभा में कांग्रेस से आशा कुमारी, बीजेपी से कमलेश कुमारी, रीता धीमान और रीना कश्यप महिला विधायक थीं.
हिमाचल प्रदेश में वर्तमान में सीएम सुक्खू और उनकी कैबिनेट में एक भी महिला विधायक मंत्री नहीं बन पाई हैं. ऐसे में अब लाहौल-स्पीति के लोगों को यह उम्मीद है कि नई विधायक को कैबिनेट में जगह मिल सकती है. हालांकि किन्नौर विधानसभा क्षेत्र से विधायक जगत सिंह नेगी बागवानी एवं राजस्व मंत्री हैं. ऐसे में जनजातीय क्षेत्र से दो मंत्रियों का मंत्रीमंडल में शामिल होना क्षेत्रीय संतुलन के लिहाज से सहज नहीं है परंत इसके बाद भी लाहौल-स्पीति की जनता और अनुराधा राणा के समर्थकों की उम्मीद कायम है कि महिला कोटे से उन्हें मंत्री बनाया जा सकता है.