शिमला: केंद्रीय मंत्री व हमीरपुर संसदीय क्षेत्र से भाजपा उम्मीदवार अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा कि पिछले वर्ष प्राकृतिक आपदा के समय हिमाचल प्रदेश ने कांग्रेस सरकार के निक्कमेपन को बहुत करीब से देखा. आपदा में देवभूमि की चिंता छोड़, कांग्रेस सरकार अपनी ओछी राजनीति के चलते बंदरबाँट में उलझी रही. हिमाचल के प्रति विशेष प्रेम ने हिमाचलवासियों को दशकों के सबसे भयावह आपदा से न सिर्फ बचाया बल्कि उनका पुनर्वास भी सुनिश्चित किया, 1762 करोड़ की फ़ौरी मदद भी की लेकिन कांग्रेसी नेता हाथ पर हाथ धर कर बैठे रहे.
हमीरपुर संसदीय क्षेत्र के नौदान और झंडूता में बुधवार को जनसभाओं में अनुराग ठाकुर ने कहा कि आपदा में मैंने 16,206 घरों समेत 2700 किमी. सड़कें केंद्र से मंज़ूर मंज़ूर कराईं, कांग्रेसी नेता बताएँ जब मोदी जी केंद्र से हिमाचल के लिए सहायता पर सहायता भेज रहे थे तो पूरी प्रदेश सरकार उस समय क्या कर रही थी?
अनुराग ठाकुर ने कहा, “पिछले साल देवभूमि हिमाचल प्रकृति का रौद्र रूप के साथ साथ कांग्रेस का निकम्मापन भी देखा. इतनी भयावह थी कि हिमाचल के प्रत्येक जिले में इसका असर हुआ जिसके परिणामस्वरूप हममें से कई लोगों को अपने स्वजन खोने का दंश झेलना पड़ा.
उन्होंने कहा कि आपदा की ऐसी मुश्किल घड़ी में भी कांग्रेसी नेता हाथ पर हाथ धरे बैठे रहे और प्रदेश को सिसकने के लिए छोड़ दिया. वो तो भला हो मोदी जी का जिन्होंने सदा ही हिमाचल को अपना दूसरा घर माना और हिमाचल के लिये फौरी तौर पर ₹1762 करोड़ दिये. मगर कांग्रेस केंद्र से मिली मदद में ही बंदरबाँट और भाई भतीजावाद में ही लगी रही”.
अनुराग ठाकुर ने कहा, “आज आपदा को लगभग 10 महीने होने को हैं लेकिन पीड़ित राज्य सरकार द्वारा जरूरी मदद न मिलने पर आज भी आक्रोशित हैं. कांग्रेस के कुछ नेताओं ने इसका ठीकरा केंद्र सरकार पर फोड़ने कि कोशिश कर लोगों को भ्रमित करने का प्रयास किया लेकिन बुरी तरह असफल हुए. सच्चाई ये है कि हिमाचल प्रदेश कि कांग्रेस सरकार ने आपदा से निपटने के लिए कोई तैयारी नहीं कि थी. इसके अलावा, राज्य सरकार ने आपदा प्रभावित लोगों को राहत देने में भी बहुत ज्यादा देरी की, इसलिए आज पूरे प्रदेश में कांग्रेसी नेताओं को लेकर बहुत आक्रोश है”.
हिन्दुस्थान समाचार