मंडी: मंडी संसदीय क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि जयराम ठाकुर बार-बार ये कहते हैं कि वीरभद्र सिंह और उनके परिवार का मंडी के लिए क्या योगदान है. मंडी में बुधवार को पत्रकारों से बात करते हुए विक्रमादित्य ने कहा कि जयराम ठाकुर स्वयं बताए कि पांच साल मुख्यमंत्री रहते हुए उन्होंने मंडी के लिए कौन सा बड़ा काम कर दिया. जिसके चलते उन्हें वीरभद्र सिंह के काम याद नहीं आ रहे हैं. ऐसा लगता है उनकी यादास्त कमजोर हो गई हैए उन्हें मेरी सलाह है कि वे सुबह-सुबह बादाम खाया करे . जिससे उनकी यादास्त सुधर जाएगी.
उन्होंने कहा कि वीरभद्र सिंह ने मंडी को सेंट्रलजोन का दर्जा दिया. जिसके चलते मंडी में आईपीएचए पीडब्ल्यूडीए वन विभाग के अरण्यपाल और पुलिस सैंट्रल रेंज के मु य कार्यालय खुले. इसके अलावा वीरभद्र सिंह जब केंद्रीय इस्पात मंत्री थे तो मंडी के कमांद में आईआईटी जैसा विश्वस्तरीय शैक्षिक संस्थान और मेडिकल कालेज नेरचौक में खुलवाने में अहम भूमिका निभाई है.
विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि जयराम ठाकुर ने एक कालेज में यूनिवर्सिटी खोल दी. जबिक उसके लिए वित्तीय संसाधन और ढांचागत सुविधाएं मुहैया नहीं करवाई. उन्होंने आरोप लगाया कि सरदार पटेल यूनिवर्सिटी में एक खास विचारधारा का अखाड़ा बनकर रह गई है. जिसे राजनीतिक रूप से इस्तेमाल किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि इसके विपरीत हिमाचल प्रदेश विश्व विद्यालय का अपना नाम है. इसका देश के शैक्षणिक संस्थानों में महत्वपूर्ण स्थान है और इसकी रैंकिंग भी देश में अव्वल है.
देव समाज की भावनाओं को किया उजागर
विक्रमादित्य सिंह ने कंगना को लेकर मंदिरों के शुद्धिकरण के बयान के बारे में पूछे गए सवाल के जवाब में कहा कि ये मेरे अपने विचार नहीं हैं. उन्होंने कहा कि चुनाव प्रचार के दौरान वे समाज के हर वर्ग से मिलते रहते हैं. इसी दौरान देवसमाज की भावनाओं को उन्होंने उजागर किया है. उन्होंने कहा कि ये देव समाज की चिंता है मेरी नहीं है. विक्रमादित्य ने कहा कि कंगना इस तरह की बातें कंगना स्वयं ही अपने टविटर हैंडल से ही ऐसी बातें निकल कर आई है.
स्पीति की घटना से कांग्रेस का कोई लेना-देना नहीं
विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि स्पीति के काजा में कंगना के विरोध से कांग्रेस पार्टी का कोई लेना देना नहीं है. उन्होंने स्पष्ट किया कि कांग्रेस काजा में ही क्यों विरोध करती, अगर कांग्रेस ने कंगना को विरोध करना होता तो मंडी में ही करती. उन्होंने कहा कि दलाई लामा धर्मिक और आध्यात्मिक गुरू हैं. शांति के लिए नोबल पुरस्कार विजेता हैं. इस क्षेत्र के लोग उन्हें भगवान के रूप में मानते हैं, उनके खिलाफ की गई टिपणी से उनके अनुयाइयों की भावना आहत हुई. जिसके चलते उनके विरोध का सामना भाजपा प्रत्याशी को करना पड़ा.
मंडी संसदीय क्षेत्र के लिए पांच प्रमुख प्राथमिकताएं
विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि मंडी संसदीय क्षेत्र के लिए उनकी पांच प्राथमिकताएं हैं. जिसमें मंडी को धर्मशाला और शिमला की तर्ज पर स्मार्ट सिटी बनाना, ब्यास नदी का तट्टीकरणए जलोड़ी और भुभु जोत टनलों का निर्माण करनाए मंडी के पंचवक्त्र मंदिर के सामने नदी के तट का सौंदर्यकरणए तटीयकरण करना जिससे हरिद्वार और वाराणसी की तर्ज पर हर रोज ब्यास आरती करवाई जा सके. इसके अलावा कुल्लू में मेडिकल कालेज खोलना उनकी प्राथमिकता में शामिल है. इसके अलावा जोगिंद्रनगर और सरकाघाट सैनिक बहुल इलाकों में सीएसडी कैंटीन खोलने का प्रयास किया जाएगा. विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि सांसद बनने के पहले दिन से ही मंडी संसदीय क्षेत्र में एक बहुत बड़ा काम करेंगे. क्षेत्र की सड़कों पर एक भी आवार पशु नज़र नहीं आएगा. इसके लिए वे एनजीओ और सरकार के माध्यम से मुहीम चलाकर उनके रखरखाव की व्यवस्था करेंगे. इसके अलावा मंडी के प्राचीन मंदिरों का जीर्णोंद्धार कर उन्हें एक कॉरिडोर के माध्यम से जोडऩे और धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने का प्रयास किया जाएगा.
हिन्दुस्थान समाचार