मंडी: मंडी संसदीय क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कहा है कि चुनावों के समय देश के प्रधानमंत्री अब फिर हिमाचल प्रदेश आ रहे हैं. हम उनका स्वागत करते हैं, लेकिन आपदा के समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने दूसरे घर का हाल देखने के लिए एक बार भी नहीं आए. मंडी कुल्लू में हजारों लोग प्रभावित हुए और लोगों व सरकार की करोड़ों रुपये की संपंति बर्बाद हो गई, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने न तो हिमाचल प्रदेश के लिए आर्थिक मदद भेजी और न ही एक बार हिमाचल को याद किया. प्रधानमंत्री ने हिमाचल की आपदा को लेकर एक टवीट तक नहीं किया. वह खुद को हिमाचल का बेटा बताते, लेकिन बेटा होने का फर्ज उन्होंने नहीं निभाया.
विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि अब सेपू बढ़ी, बदाणा और झोल जैसे लुभावने भाषणों का जमाना चला गया है. दस साल से केंद्र में भाजपा सरकार है और पांच साल जयराम ठाकुर भी मुख्यमंत्री रहे, लेकिन मंडी संसदीय क्षेत्र के लिए उन्होंने कौन सा बड़ा संस्थान दिया, यह जनता को भाजपा नेता बताएं. उन्होंने कहा कि यही हाल मंडी से भाजपा प्रत्याशी कंगना है. उन्हें भी आपदा के समय अपने मंडी और कुल्लू का ख्याल नहीं आया. मंगलवार को कांग्रेस प्रत्याशी विक्रमादित्य सिंह ने नामधारी सिख गुरुद्वारा में माथा टेकने के बाद साईगलू, मझवाड़, सुहड़ा मुहल्ला, पुरानी मंडी, निचला खलियार में अपने चुनावी जन संपर्क में लोगों को संबोधित करते हुए भाजपा प्रत्याशी ने मुझे जितने अपशब्द कहने हैं, वह कहें, लेकिन एक बार मंडी के लिए अपना विजन तो बता दें. उन्होंने कहा कि अगर कंगना रनौत को मेरे परिवार को गालियां देकर लाभ मिल रहा है, तो वह जरूर ऐसा करें, लेकिन एक बार जनता को यह भी बताएं कि वह मंडी संसदीय क्षेत्र के लिए क्या करना चाहती हैं.
विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि इस बार इंडिया गठबंधन की सरकार बनने जा रही है. उन्होंने राजनीति कोई पेशा नहीं है, यह एक जनसेवा है. जिसमें लोगों की समस्याओं को दूर करने के लिये दिन रात उनके बीच रह कर काम करना पड़ता है. विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि वह एक बड़े विजन के साथ इस चुनाव को लड़ रहे है. मंडी को देश का सर्वश्रेष्ठ संसदीय क्षेत्र बनाना उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता है . शिमला की तरह मंडी को भी स्मार्ट सिटी बनाया जाएगा. उन्होंने कहा कि उनके पिता प्रदेश के छह बार के मुख्यमंत्री स्व. वीरभद्र सिंह ने मंडी को सेंट्रल जोन का दर्जा देकर यहां कई सरकारी मुख्यालयों को खोला. मंडी को आईआईटी मेडिकल कालेज जैसी बड़ी सौगातें उन्हीं की देन है. विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि लोक निर्माण मंत्री के नाते उन्होंने प्रदेश में सड़कों के रखरखाव और इनके निर्माण के लिये केंद्र से 3560 करोड़ स्वीकृति करवाएं. उनकी प्राथमिकता इस संसदीय क्षेत्र में सड़कों के नेटवर्क को सुदृढ़ बनाने की है. जिससे यहां आने वाले देश विदेश के पर्यटकों को कोई परेशानी न हो.
हिन्दुस्थान समाचार