ऊना: डीएफओ ऊना सुशील कुमार ने जिले वासियों से जंगलों को आग से बचाने में सक्रिय सहयोग की अपील की है. उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि वनों में आग लगने की किसी भी घटना का पता चलते ही तुरंत वन विभाग को सूचित करें. अपनी घासनी में भी खरपतवार को जलाने के लिए आग लगाने से पहले इसे लेकर विभाग को सूचना दें.
उन्होंने बताया कि मौजूदा सीजन में ऊना जिले में जंगलों में आगजनी की 37 घटनाएं हुई हैं, जिसमें 499 हेक्टेयर वन भूमि चपेट में आई है और करीब 5 लाख का नुकसान हुआ है.
विभाग ऐसी घटनाओं पर काबू पाने के लिए लगातार तत्परता से काम कर रहा है. विभाग के फायर वाचर वनों में साफ सफाई कर रहे हैं, ताकि आग भड़कने की घटनाओं की रोकथाम की जा सके. सड़कों किनारे से आग फैलने की घटनाओं को रोकने के लिए विभागीय वाहनों से पानी की स्प्रे की जा रही है.
उन्होंने कहा कि ऊना जिला प्रशासन से विभाग को पूरी मदद मिल रही है. उपायुक्त जतिन लाल ने विभागीय कर्मियों के लिए फायर फाइटिंग किट प्रदान की हैं. जिन्हें ऊना वनमंडल में प्रत्येक फायर कर्मी को मुहैया कराया गया है.
सुशील कुमार ने कहा कि इस बार अभी बारिश हुए काफी समय बीत गया है. भीषण गर्मी ने वनों में आग की घटनाओं के खतरे को कई गुणा बढ़ा दिया है. ऐसे में ये हम सबका साझा दायित्व है कि वन संपदा को बचाने में मिलकर काम करें . उन्होंने बताया कि विभाग ने जन जागरूकता के लिए भी अभियान चलाए हैें ताकि वनों को बचाने को लेकर जनता जागरूक हो और आगे बढ़कर विभाग का सहयोग करे.
हिन्दुस्थान समाचार