मंडी: लाहुल स्पीति के काजा में सोमवार को भाजपा की रैली में खलल डालने, भाजपा उम्मीदवार कंगना रनौत को गो बैक के नारे लगाने व काले झंडे दिखाने के मामले में पूर्व मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर पूरी तरह से काजा व लाहुल प्रशासन को जिम्मेवार ठहराया है.
पूर्व मुख्यमंत्री ने यह भी आरोप लगाया है कि यह सब प्रदेश सरकार के इशारे पर किया गया. सोमवार को देर शाम मंडी में पत्रकारों से बातचीत करते हुए जय राम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है. भाजपा ने जिस जगह पर रैली की मंजूरी ली थी, काजा प्रशासन ने उसी के समानांतर कांग्रेस को प्रदर्शन करने की इजाजत दी. जब उनकी रैली चल रही थी तो उसमें खलल डाला गया. वह और उम्मीदवार कंगना रनौत जब वापस हेलीपैड की ओर आने लगे तो उनका काफिला रोक लिया गया. डंडे, पत्थरों से उन पर हमला किया गया. बचाव कर रहे एक कार्यकर्ता रोहन कपूर को चोटें लगी हैं उनकी टांग टूट गई है. सारा वाक्या बेहद शर्मनाक हुआ है. प्रदेश भाजपा ने इसकी शिकायत चुनाव आयोग से कर दी है. उच्च स्तरीय जांच मांगी है तथा जिम्मेवार अधिकारियों के खिलाफ तुरंत कार्रवाई करने की मांग की है. उन्होंने आरोप लगाया कि यह सब जानबूझकर किया गया है. इसके पूरे प्रमाण मौजूद हैं. इस मामले को हाईकमान के ध्यान में भी लाया गया है.
इधर, उन्होंने विक्रमादित्य के उस बयान जिसमें उन्होंने कहा कि जिन जिन मंदिरों में कंगना रनौत जा रही है उनका बाद में शुद्धिकरण साफ सफाई की जाएगी को बेहद दुर्भाग्यपूर्ण व आचार संहिता का खुला उल्लंघन बताया है. उन्होंने कंगना के लिए कांग्रेस द्वारा प्रयोग की जा रही शब्दावली को देवभूमि के मर्यादाओं के खिलाफ करार देते हुए कांग्रेस नेताओं को चेताया कि बाज आ जाएं.
हिन्दुस्थान समाचार