Kangra LokSabha Seat: हिमाचल प्रदेश में 4 सीटों पर लोकसभा चुनाव और 6 सीटों पर विधानसभा उपचुनाव के लिए एक जून को अंतिम फेस में मतदान होना है. प्रदेश में लोकसभा की 4 सीटें हैं. जहां पर भाजपा और कांग्रेस दोनों ही दल में सीधी टक्कर देखने को मिलती है. इसमें से एक कांगड़ा सीट भी है. पिछले 2 लोकसभा चुनावों में भाजपा ने पूर्ण बहुमत के साथ चारों सीटों को अपने नाम किया था. कांगड़ा लोकसभा सीट को पहले कांग्रेस का गढ़ माना जाता था. लेकिन अब इस सीट पर पूरी तरह से भाजपा ने कब्जा जमा लिया है. इस बात का अनुमान हम इससे भी लगा सकते हैं कि पिछले नौ चुनावों में से 7 बार बीजेपी ने इस सीट पर बाजी मारी है.
वहीं, लोकसभा चुनाव 2024 में कांगड़ा संसदीय सीट पर कांग्रेस की ओर से अपने बड़े नेता आनंद शर्मा को प्रत्याशी बनाया है. उधर, भाजपा ने डॉ. राजीव भारद्वाज को टिकट दिया है.
कांगड़ा सीट का इतिहास
साल 1967 में कांगड़ा लोकसभा सीट हिमाचल प्रदेश का हिस्सा बनी, इससे पहले के चुनावों में (1951, 1957 और 1962) यह सीट पंजाब में थी. वर्ष 1951 के पहले लोकसभा चुनाव से लेकर 1971 तक यहां कांग्रेस का राज रहा है. लेकिन, साल 1977 में जनता पार्टी ने कांगड़ा का किला कांग्रेस के हाथ से छीन लिया था. जबकी 1980 और 1984 के लोकसभा चुनाव में एक बार फिर यह सीट कांग्रेस के हाथ लग गई. उसके बाद भाजपा ने देश की राजनीति के साथ कांगड़ा में भी ऐसे कदम जमाए कि साल 1989 से लेकर 2019 तक के आम चुनावों में 7 बार यहां कमल खिला है. इस बीच केवल 1996 और 2004 के आम चुनाव में ही कांग्रेस को जीत हासिल हुई. दिलचस्प बात ये है कि पिछले 3 लोकसभा चुनाव में भाजपा ने इस सीट पर जीत की हैट्रिक लगाई है. वर्ष 2009, 2014 और 2019 में बीजेपी उम्मीदवार को ही कांगड़ा की जनता ने लोकसभा भेजा है.
कौन कब बना सांसद
वर्ष | सांसद | दल |
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1952 | हेम राज | भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस |
1957 | हेम राज | भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस |
दलजीत सिंह | भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस | |
1962 | हेम राज | भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस |
1967 | हेम राज | भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस |
1971 | विक्रम चन्द महाजन | भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस |
1977 | दुर्गा चन्द | भारतीय लोक दल |
1980 | विक्रम चन्द महाजन | Indian National Congress (I) |
1984 | चन्द्रेश कुमारी | Tags: Himachal PradeshKangra LokSabha SeatLoksabha Elections 2024
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