मंडी: प्रदेश की सबसे बड़ी संसदीय सीट से भाजपा उम्मीदवार और फिल्म अभिनेत्री कंगना रनौत ने बड़ा ऐलान कर दिया है. कंगना ने ऐतिहासिक सेरी मंच से ऐलान किया कि अब वह फिल्मी दुनिया में वापस नहीं जाएंगी बल्कि यहीं जनसेवा करेंगी.
भाजपा उम्मीदवार और फिल्म अभिनेत्री कंगना रनौत ने मंगलवार को यहां अपना नामांकन पत्र दाखिल किया. उनके साथ पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर भी मौजूद रहे. नामांकन से पूर्व कंगना ने पड्डल मैदान से सेरी मंच तक रोड शो किया. पड्डल से कंगना रनौत का काफिला भाजपा के झंडों और बैनरों के साथ मंडी शहर की ओर बढ़ा. इस दौरान रनौत के साथ जयराम ठाकुर, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ.. राजीव बिंदल, स्थानीय विधायक अनिल शर्मा और भरमौर के विधायक डॉ. जनकराज भी मौजूद रहे. सेरी में कंगना ने एक रैली को भी संबोधित किया.
कंगना ने कहा कि अपनी मातृभूमि के ऐतिहासिक सेरी मंच पर उन्हें बोलने का पहली बार मौका मिला है. कंगना ने कहा कि मंडी छोटीकाशी से आपकी बेटी ने नामांकन किया है तो बड़ी काशी से आज ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी नामांकन किया है. उन्होंने कहा कि भारत की प्रगति और अस्मिता की दृष्टि से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का कार्यकाल एक स्वर्णिम कालखंड कहलाएगा. इस कालखंड में महिलाओं का सम्मान बढ़ा है. एक आदिवासी और पिछड़े समाज की महिला द्रौपदी मुर्मू के राष्ट्रपति बनने से महिलाओं का सम्मान बढ़ा है. उन्होंने कहा कि आज महिलाएं हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं, जल, थल और नभ सेना में अपनी जिम्मेदारी निभा रही है.
वहीं, तेजस और राफेल जैसे युद्धक विमानों को भी महिलाएं उड़ा रही है. चंद्रयान और मंगलयान जैसे मिशनों में भी महिलाओं की महत्वपूर्ण भागीदारी रही है. यही नहीं पहले कन्याभ्रूण हत्याएं ज्यादा होती थीं लेकिन अब सबसे ज्यादा बेटियों को गोद लिया जा रहा है. यही सोच बनी है कि बेटी बोझ नहीं हैं. इस सोच का आधार बना है आत्मसम्मान. बेटियों में आत्मसम्मान आएगा तो देश आगे बढ़ेगा. कंगना ने कहा कि जब वर्ष 2029 में महिला आरक्षण बिल लागू होगा, तब हिमाचल प्रदेश की 68 में से 22 सीटों पर महिला विधायक चुनकर जाएंगी.
मंडी का क्या भाव है…आपकी बेटी जीतेगी
कंगना रनौत ने कांग्रेस नेत्री के कहे शब्दों को दोहराते हुए कहा कि कहते हैं मंडी का क्या भाव है…आपकी बेटी ऐतिहासिक जीत दर्ज करेगी. उन्होंने कहा कि भारत गुलामी के चिन्ह को लेकर चल रहा था. कभी मुगलों और कभी अंग्रेजों के गुलाम रहे और इसी मानसिकता को आगे बढ़ाया जा रहा था. उन्होंने कहा कि जो देश अपने इतिहास से नहीं सीखता है, उस देश का भविष्य नहीं बदलता है. नरेन्द्र मोदी ने महापुरुषों का सम्मान किया. जार्ज पंचम का स्टेचू हटाकर सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा स्थापित की. गुजरात में सरदार वल्लभ भाई पटेल की विश्व की सबसे ऊंची प्रतिमा स्टेचू आफ यूनिटी, रामलला का भव्य मंदिर भी इसी कालखंड में बनकर तैयार हुआ है.
तलवार से नहीं सनातन और भाईचारे से मोदी कर रहे हैं नेतृत्व
कंगना ने कहा कि कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाकर भारत का संविधान लागू कर दिया. उधर, पीओके में गृहयुद्ध चल रहा है. वहां के लोग भी नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में शामिल होना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि नरेन्द्र मोदी तलवार से नहीं सनातन और भाईचारे से देश का नेतृत्व कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि नरेन्द्र मोदी विश्व के सबसे लोकप्रिय नेता हैं. हिमाचल से उनका लगाव है, उन्होंने हिमाचल में तपस्या की है और एक दशक तक हिमाचल में रहे हैं. उन्होंने कहा कि मैं गिलहरी की तरह उनके लिए काम करूं और आपकी बेटी हिमाचल के लिए यश लेकर आएगी. कंगना ने कहा कि लाहुल-स्पीति, पांगी भरमौर जैसे क्षेत्रों को पर्यटन के मानचित्र पर उभारा जाएगा. ग्रामीण पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए स्थानीय महिलाओं के माध्यम से होमस्टे चलाए जाएंगे.
साभार- हिन्दुस्थान समाचार