धर्मशाला: मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने रविवार को कांगड़ा लोकसभा सीट से कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी आनंद शर्मा के पक्ष में ज्वालामुखी विधानसभा क्षेत्र में प्रचार किया. ज्वालामुखी के खुडियां में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि देश के दिग्गज नेता आनंद शर्मा को कांग्रेस पार्टी ने कांगड़ा लोकसभा सीट से चुनाव मैदान में उतारा है. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार में मंत्री पर रहते हुए आनंद शर्मा से जब भी हम हिमाचल के लिए कुछ मांगने जाते थे, तो एक फ़ोन पर काम होता था. कांगड़ा में फेशन टेक्नोलोजी इंस्टीट्यूट, मंडी में आईआईआईटी, प्रदेश में औद्योगिक क्षेत्र का विस्तार, शिमला में क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय, नादौन में स्पाइस पार्क तथा शिमला-मटौर फोरलेन आनंद शर्मा की सोच का परिणाम है.
उन्होंने कहा कि कांगड़ा को ऐसे सांसद की ज़रूरत है, जिसकी आवाज पूरा देश सुने. उन्होंने कहा कि जब लोकसभा चुनाव में आनंद शर्मा जीत कर जाएंगे, तो इंडी गठबंधन सरकार में उनका मंत्री पद तय है. भाजपा पर हमला करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि विपक्ष ने नोट के दम पर सरकार को गिराने का षड्यंत्र रचा और मेरे इस्तीफे की अफ़वाहें फैलाई. नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने विधानसभा में भगवान को चुनौती देते हुए कहा कि इस सरकार को भगवान भी नहीं बचा सकते हैं. लेकिन व्हिप का उल्लंघन करने के लिए कांग्रेस के छह विधायकों को अयोग्य घोषित कर दिया गया.
उन्होंने कहा कि भाजपा जब जनता के वोट से सरकार नहीं बना सकी और नोट के दम से कुर्सी को हथियाने का असफल प्रयास किया. उन्होंने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार को कोई खतरा नहीं है और कार्यकाल पूरा करेगी. ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि दागी कह रहे हैं कि उन्हें सम्मान नहीं मिला. उनके चुनाव क्षेत्रों के सारे फैसले, सारे अफ़सर उनकी मर्जी से दिए. कांग्रेस पार्टी ने उन्हें विधायक बनाकर सम्मान दिया, पार्टी में महत्वपूर्ण पदों पर बिठाया, क्या वह सम्मान नहीं. उन्होंने कहा कि सत्य यह है कि दागी सम्मान नहीं, बल्कि सामान के भूख थे. जो सामान भाजपा के ब्रीफकेस में रखा था वह काफी भारी था. उसी के प्रभाव में आकर उन्होंने अपना ईमान बेच दिया. उन्होंने कहा कि हमारे साथ भगवान हैं, क्योंकि भगवान सत्य का साथ देता है और जयराम ठाकुर का कोट सिला-सिलाया रह जाएगा क्योंकि उन्हीं कुर्सी के पीछे उन्हीं की पार्टी के विधायक पड़ जाएँगे. उन्होंने कहा कि यह लोकतंत्र को बचाने का चुनाव है, जिसे सरकार अकेले नहीं लड़ सकती है. लेकिन जनबल के सहारे कांग्रेस पार्टी धनबल को जवाब देगी.
साभार- हिन्दुस्थान समाचार