शिमला: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने जयराम ठाकुर पर मुख्यमंत्री रहते हमीरपुर की अनदेखी करने का आरोप लगाया है. सुक्खू ने कहा कि पिछली भाजपा सरकार में हमीरपुर जिला से जानबूझकर कर एक भी मंत्री नहीं बनाया गया. जिस जिला को मुख्यमंत्री के साथ-साथ मंत्री पद मिलता था, उस जिला को पिछली सरकार में कोई जगह नहीं दी गई.
मुख्यमंत्री सुक्खू शुक्रवार को हमीरपुर लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी सतपाल रायजादा के पक्ष में हमीरपुर पुलिस लाइन ग्राउंड में एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे. सतपाल रायज़ादा ने शुक्रवार को हमीरपुर से अपना नामांकन दाखिल किया.
मुख्यमंत्री सुक्खू ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि हमीरपुर के लोग मेरी ताक़त हैं और यहां के लोगों ने मेरा हर पल साथ दिया है. आज मैं जिस मुकाम पर पहुँचा हूँ, उसके लिए हमीरपुर और नादौन की जनता का जीवन भर आभारी रहूँगा. उन्होंने कहा कि लोगों का विश्वास मुझे आगे बढ़ने की प्रेरणा देता है. आप सभी के आशीर्वाद से आज एक साधारण परिवार से निकलकर मैं मुख्यमंत्री बना हूँ. उन्होंने कहा कि अपने नेता पर विश्वास करने के लिए आज मैं सबको धन्यवाद देता हूँ.
सुक्खू ने नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर से पूछा कि उन्होंने पांच साल में हमीरपुर जिला के लिए क्या किया. पंद्रह साल पहले मुख्यमंत्री रहते प्रेम कुमार धूमल ने हमीरपुर में बस अड्डे का शिलान्यास किया था और जयराम ठाकुर ने बस अड्डा बनाने के लिए एक पैसा नहीं दिया. उन्होंने कहा कि मेरे मुख्यमंत्री का पद सँभालते ही युद्ध स्तर पर बस अड्डा बनाने का काम शुरू हो गया है जो आने वाले नौ महीने में बनकर तैयार हो जाएगा. इसके साथ ही गांधी चौक की तारों को अंडरग्राउंड करने का काम भी शुरू हो गया है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमीरपुर के आज़ाद विधायक ने चौदह महीने में 100 करोड़ रुपए के टेंडर लिए. उन्होंने डटकर खड्डों में खनन किया और संपदा को लूटने का प्रयास किया. वहीं सुजानपुर का बिकाऊ विधायक 2014 में कांग्रेस में आया. प्रेम कुमार धूमल का ड्राइवर रहा और उनकी पीठ में छुरा घोंप कर विधायक बना. धूमल को चुनाव हराने का उनका मक़सद सिर्फ पैसा कमाना था.
उन्होंने कहा कि बड़सर के विधायक भी 15 करोड़ रुपए में बिके हैं और उनके ख़िलाफ़ जांच हो रही है. मुख्यमंत्री ने कहा कि कुटलैहड़ का विधायक ने भी भाजपा की राजनीतिक मंडी में अपना सौदा किया है. वह ठेके लेने और एक्सईएन को फ़ोन कराने मेरे पास आते थे और जनता का कोई मुद्दा उन्होंने कभी नहीं उठाया. उन्होंने कहा कि गगरेट में मेडिकल शॉप, पेट्रोल पंप, दुकानों और क्रशरों पर चैतन्य टैक्स लगा दिया गया था. ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि मैं जब तक मुख्यमंत्री के पद पर रहूँगा, भ्रष्टाचार से कभी समझौता नहीं करूँगा.
साभार- हिन्दुस्थान समाचार