धर्मशाला: विधानसभा चुनाव में धर्मशाला से भाजपा प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ चुके राकेश चौधरी ने इस बार उपचुनाव में बतौर आजाद प्रत्याशी चुनावी ताल ठोक दी है. राकेश चौधरी को हालांकि उम्मीद थी कि उन्हें कांग्रेस पार्टी की ओर से धर्मशाला उपचुनाव में बतौर प्रत्याशी उतारा जाएगा लेकिन कांग्रेस ने संगठन से जुड़े नेता एवं पूर्व मेयर देवेंद्र जग्गी को अपना प्रत्याशी बनाया है जिसके चलते राकेश चौधरी ने शुक्रवार को बतौर निर्दलीय अपना नामांकन दाखिल कर दिया.
राकेश चौधरी के चुनाव मैदान में उतरने से धर्मशाला में मुकाबला तिकोना हो गया है क्योंकि राकेश चौधरी इससे पहले एक बार निर्दलीय और दूसरी बार भाजपा के टिकट से विधानसभा चुनाव लड़ चुके हैं. चौधरी का धर्मशाला में उनके समुदाय में एक अच्छा वोट बैंक माना जाता है जिसके बाद इस उपचुनाव में मुकाबला तिकोना हो गया है.
गौरतलब है कि 2022 के विधानसभा चुनाव में राकेश चौधरी को भाजपा ने अपना उम्मीदवार बनाकर चुनाव मैदान में उतारा था लेकिन वह कांग्रेस के सुधीर शर्मा से चुनाव हार गए थे. इसके बाद इस बार भी उन्हें उपचुनाव में भाजपा से टिकट मिलने की पूरी उम्मीद थी लेकिन भाजपा द्वारा कांग्रेस से भाजपा में शामिल हुए सुधीर शर्मा को ही प्रत्याशी बनाए जाने के बाद राकेश चौधरी ने भाजपा से त्यागपत्र दे दिया था. इसके बाद वह कांग्रेस पार्टी के लोगों के साथ मिलकर उपचुनाव में उतरने के लिए कोशिश कर रहे थे लेकिन कांग्रेस में भी उन्हें जगह नहीं मिली.
मुख्यमंत्री की पहली पसंद रहे पूर्व मेयर एवं कांग्रेस महासचिव देवेंद्र जग्गी को लंबी माथापच्ची के बाद देवेंद्र जग्गी को ही धर्मशाला से कांग्रेस का प्रत्याशी बना दिया गया. यही वजह रही कि अब राकेश चौधरी ने बतौर निर्दलीय इस उपचुनाव में अपनी ताल ठोक दी है जिससे अब धर्मशाला उपचुनाव में मुकाबला तिकोना बन गया है.
साभार- हिन्दुस्थान समाचार