शिमला: नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा है कि विकास की रेस में लाहौल स्पीति पिछले डेढ़ सालों में बहुत पिछड़ गया. जिसे क्षेत्र को विकास की दृष्टि से अधिक सहयोग की आवश्यकता थी, उस क्षेत्र की पूरी उपेक्षा हुई. लाहौल स्पीति और प्रदेश का विकास मुख्यमंत्री की प्राथमिकता में था ही नहीं. मुख्यमंत्री ने लाहौल स्पीति की जनता का अपमान किया. पूरे डेढ़ साल तक लोगों की शिकायतों को अनसुना कर दिया.
जयराम ठाकुर बृहस्पतिवार को लाहौल-स्पीति विधान सभा उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी रवि ठाकुर के नामांकन के बाद केलांग में एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि आप लोगों की आवाज को मुख्यमंत्री तक पहुंचाने वाले आपके विधायक रवि ठाकुर को बार-बार अपमानित किया. उनकी सिर्फ यही गलती थी की उन्होंने आपके हक के लिए आवाज उठाई और उन्हें अपना पद भी गंवाना पड़ा. आज प्रदेश में जोउपचुनाव हो रहे हैं इसके लिए सिर्फ़ और सिर्फ मुख्यमंत्री जिम्मेदार है. उन्होंने चुने हुए जनप्रतिनिधियों के साथ ऐसा बर्ताव किया कि लोगों ने अपना सम्मान बचाने के लिए अपनी विधायकी गंवाना सही समझा.
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि रवि ठाकुर ने लाहौल-स्पीति के सम्मान की लड़ाई लड़ी. आज भी यह लड़ाई आपके मान-सम्मान की है. आप सभी के सहयोग से ही प्रदेश की तानाशाह सरकार को करारा जवाब मिलेगा. आज भी मुख्यमंत्री तानाशाही से दमनकारी नीतियों के तहत काम कर रहे हैं. रवि ठाकुर के खिलाफ अनर्गल आरोप लगाए. जिसके लिए रवि ठाकुर ने सीएम पर आपराधिक मानहानि का केस किया है. सरकार ने रवि ठाकुर के खिलाफ फर्जी मुकदमे दर्ज करवाए. उनके परिवार के लोगों को भी परेशान किया. आज तक हिमाचल के इतिहास में इस तरह की घटना नहीं हुई.
उन्होंने आरोप लगाया कि यह सरकार लाहौल-स्पीति की माताओं बहनों का भी अपमान कर रही है. विधान सभा चुनाव के पहले भी उन्होंने 1500 रुपए के फॉर्म भरवाए. लोक सभा के चुनाव के पहले भी वही हथकंडा अपना रहे हैं. महिलाओं को गारंटी दी थी कि 1500 देंगे, लेकिन जो पेंशन हम पहले से दे रहे थे उसी में साढ़े तीन सौ रुपये बढ़ाकर कहते हैं कि गारंटी पूरी कर दी. इस तरह से बार-बार छल करना ठीक नहीं. उन्होंने कहा कि यह सरकार पूरी तरह से नाकाम है. आज मुख्यमंत्री के अपने जिले से तीन विधायक बग़ावत पर उतर आए हैं यह सामान्य बात नहीं है. उन्हें अपने आप में झांकना चाहिए.
साभार- हिन्दुस्थान समाचार