शिमला: पूर्व मुख्यमंत्री एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री शान्ता कुमार ने कहा कि विश्व की प्रसिद्ध संस्था ट्रासपेरेंसी इन्टरनैशनल ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि 2023 में भारत में भ्रष्टाचार बढ़ा है. भारत 180 देशों की सूची में पहले 85 क्रमांक पर था परन्तु इस बार 93 क्रमांक पर नीचे चला गया है. यह संस्था विश्व के 180 देशों के भ्रष्टाचा के संबन्ध में प्रतिवर्ष एक महत्वपूर्ण रिपोर्ट जारी करती है. उन्होंने कहा कि भारत में भ्रष्टाचार बढ़ने का सबसे बड़ा कारण कांग्रेस नेताओं की वह लूट है जिसके कारण कई जगह ई.डी. के छापों के बाद नोटों के पहाड़ नजर आ रहे है. टी.वी. पर इन नोटों के पहाड़ों को देखकर भारत के करोड़ों लोग शर्म से मरे जा रहे हैं.
शान्ता कुमार ने एक बयान में कहा बंगाल में 25 हजार अध्यापक व र्मचारी नियुक्त करने में भयंकर भ्रष्टाचार हुआ. शिक्षा मंत्री पार्थ चाटर्जी के तीन ठिकानों से 80 करोड़ रूपयरामद हुए. जिनके नोटों के ढेर भारत के करोड़ों लोग कई दिन तक देखते रहे. झारखंड के मंत्री आलमगिर आलम के दो ठिकानों से 35 करोड़ रू0 के नोटों के ढेर बरामद हुए है. झारखंड के ही कांग्रेस राज्य सभा सांसद धीरज साहू के घर से 400 करोड़ रूपय के नोट व गहने बरामद हुए है.
उन्होंने कहा कि बंगाल के उच्च न्यायालय ने 25 हजार नियुक्तियों को रद्द कर दिया था और आदेश दिया था कि आठ महिनों तक नौकरी में रहने का वेतन वे सब वापिस करें. 25 हजार नियुक्त्यिों में सभी ने भ्रष्टाचार नहीं किया होगा. कई हजार ऐसे भी होगें जो योग्यता के कारण नियुक्त हुए होगें. उच्च न्यायालय के निर्णय से उन योग्य अध्यापकों के साथ भी अन्याय हो गया था. अब सर्वोच्च न्यायालय ने अपने निर्णय में इन सभी नियुक्तियों को रद्द करने के उच्च न्यायालय के निर्णय पर रोक लगा दी है. उच्च न्यायालय के इस निर्णय से ईमानदार अध्यापकों को तो न्याय मिल गया परन्तु भ्रष्टाचार से नौकरी प्राप्त करने वालों को भी ईनाम मिल गया.
उन्होंने कहा कि इस सम्बंध में सर्वोच्च न्यायालय ने बड़ी महत्वपूर्ण टिप्पणी की है. उसमें कहा है कि बंगाल के इन 25 हजार नियुक्तियों में जो भ्रश्टाचार हुआ है वह साधारण नहीं है. ऐसा भ्रष्टाचार भयंकर धोखा धड़ी है इससे जनता का विश्वास उठ जाएगा और यदि व्यवस्था से जनता का विश्वास उठ गया तो कुछ नही बचेगा.
शान्ता कुमार ने कहा वर्तमान कानून साधारण भ्रष्टाचार के लिए तो ठीक है परन्तु भयंकर भ्रष्टाचार के लिए कानून बदलना चाहिए और भयंकर भ्रष्टाचार के लिए कानून में फांसी की सजा का प्रावधान होना चाहिए. उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार भारत का सबसे बड़ा संकट है.देश की गरीबी व बेरोजगारी का सबसे बड़ा कारण बढ़ता भ्रष्टाचार है. एक व्यक्ति के हत्यारे को फांसी दी जाती है तो पूरे देश की व्यवस्था के हत्यारे को भी फांसी ही मिलनी चाहिए.
साभार- हिन्दुस्थान समाचार