बिलासपुर: भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने बुधवार को हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर में आयोजित पन्ना प्रमुख सम्मेलन में कांग्रेस पर तीखे प्रहार किए. उन्होंने कांग्रेस की तुष्टिकरण एवं सनातन विरोधी राजनीति पर जमकर निशाना साधा.
नड्डा ने अपने सम्बोधन में कांग्रेस को विचार शून्य पार्टी करार दिया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी को संविधान की जानकारी नहीं है और इस वजह से वो संविधान की कॉपी साथ लेकर चलते हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस पार्टी राम विरोधी, सनातन विरोधी और राष्ट्र विरोधी ताकतों के साथ हाथ मिलाने वाली पार्टी है. सोनिया गांधी जब यूपीए की चेयरपर्सन थी, तब यूपीए की सरकार ने भगवान श्री राम के अस्तित्व पर सवाल उठाए थे और भगवान को काल्पनिक बताकर कोर्ट में हलफनामा दिया था. कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने श्रीरामजन्मभूमि के मुद्दे को अटकाने, लटकाने और भटकाने का हर संभव प्रयास किया था.
जेपी नड्डा ने कहा कि इंडी एलायंस के सहयोगी तमिलनाडु सरकार में मंत्री उदयनिधि स्टालिन ने सनातन धर्म को डेंगू, मलेरिया और एचआईवी कहा था लेकिन कांग्रेस पार्टी के किसी भी नेता ने इस संबंध में कोई टिप्पणी नहीं की थी. राहुल गांधी राष्ट्रविरोधी नारे लगाने वालों का समर्थन करते हैं और उन्हें चुनाव में टिकट देते हैं. भारत तेरे टुकड़े होंगे और अफजल हम शर्मिंदा हैं, तेरे कातिल जिंदा हैं – जैसे नारे देने वालों के साथ राहुल गांधी खड़े होते हैं. कांग्रेस को देश से कोई लेना-देना नहीं है, वह केवल अपनी तुष्टिकरण की राजनीति में लगी हुई है.
उन्होंने पन्ना प्रमुखों को सम्बोधित करते हुए कहा कि बाकी सभी पार्टियों ने विचारधारा के साथ समझौता किया लेकिन भाजपा जन संघ के रूप में अपनी स्थापना से लेकर आज तक अपनी विचारधारा पर अडिग रही. उन्होंने कहा कि जिस नारे के लिए हमारे नेता स्वर्गीय श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी ने अपना बलिदान दिया, आज जनता-जनार्दन के आशीर्वाद से जम्मू-कश्मीर में ‘एक विधान, एक निशान, एक प्रधान’ लागू हो गया है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने 22 जनवरी को 10 दिन के कठोर अनुष्ठान के बाद राम लला को भव्य राम मंदिर में विराजमान किया.
साभार- हिन्दुस्थान समाचार