शिमला: भाजपा प्रदेश अध्यक्ष राजीव बिन्दल ने कांग्रेस की हिमाचल इकाई पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा है कि हिमाचल प्रदेश कांग्रेस पार्टी की हालत खिसयानी बिल्ली खंबा नोचे जैसी हो गई है. कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्षा प्रतिभा सिंह कई बार स्पष्ट कर चुकी है कि प्रदेश सरकार कांग्रेस संगठन की नहीं सुनती है, न ही संगठन को सरकार में कोई महत्व मिलता है. उनका यह भी बयान आया है कि कांग्रेस संगठन छिन्न-भिन्न हो रहा है और ऐसे में मैं सांसद का चुनाव नहीं लड़ना चाहती हूं.
राजीव बिंदल ने बुधवार को कहा कि कांग्रेस पार्टी के सबसे वरिष्ठ नेता व कैबिनेट मंत्री चौधरी चंद्र कुमार भी स्पष्ट कर चुके हैं कि मुख्यमंत्री सुखविन्द्र सिंह सुक्खू को चाहिए था कि वो विधायकों की बात सुनते, उनकी समस्याओं का समाधान करते और उनके इलाकों में विकास करते. मुख्यमंत्री यदि ऐसा करते तो सरकार की यह दुर्गति डेढ़ साल में न होती. कांग्रेस के छह पूर्व विधायक और तीन आजाद विधायक भी मुख्यमंत्री व कांग्रेेस सरकार की कार्यशैली पर सवाल खड़ा करते रहे हैं.
बिंदल ने कहा कि जब कांग्रेस के नेता, कांग्रेस के अध्यक्ष सरकार की कार्यशैली को कटघरे में खड़ा कर रहे हैं तो आम जनता इस निकम्मी सरकार के कारण पिस रही है. इसके विपरीत केन्द्र की नरेन्द्र भाई मोदी की सरकार लगातार देश के विकास के लिए, गरीब के कल्याण के लिए कार्य कर रही है. पूर्व के विकास कार्यों को बंद करने का काम भी हिमाचल प्रदेश की वर्तमान कांग्रेस सरकार कर रही है.
भाजपा ने आरोप लगाया कि प्रदेश में हजारों परिवार ऐसे है, भारी बरसात के कारण जिनके खेत, खलियान व भूमि बह गई, उन्हें मुआवजे के तौर पर कुछ नहीं मिला है और जो 17,863 करोड़ रूपये केन्द्र की सरकार ने दिये और 11 हजार पक्के मकान दिए उस में भी बंदर बांट हुई. अनेक-अनेक लोग जिन्हें इसका लाभ मिलना चाहिए था उन्हें नहीं मिला. हिमाचल प्रदेश की वर्तमान सरकार भविष्य में संस्थान बंद करने वाली सरकार के नाम से जानी जाएगी जिसने हिमाचल में सत्ता में आते ही 1500 स्कूल, कॉलेज, अस्पताल, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, तहसीले, उप-तहसीले, पटवार सर्कल, वैटरनेरी डिस्पेंसरीज इत्यादि बंद करने का कीर्तिमान स्थापित किया.
साभार- हिन्दुस्थान समाचार