पालमपुर। पूर्व मुख्यमंत्री एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री शान्ता कुमार ने कहा कि लोक सभा का प्रचार प्रतिदिन जोर पकड़ रहा है। उसी के साथ भारत की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस पिछड़ती जा रही है। बहुत से नेता चुनाव लड़ने से कतरा रहे हैं। इन्दौर में टिकट लेकर नामाकंन भरने के बाद कांग्रेस उम्मीदवार ने नामाकंन वापिस लिया और फिर भाजपा में शामिल हो गया। पूरे भारत से इसी प्रकार के समाचार आ रहे हैं। कांग्रेस का यह आखिरी चुनाव है वह केवल अपना अस्तित्व बचाने के लिए चुनाव लड़ रही है। इस चुनाव के बाद कांग्रेस इतिहास की एक कहानी बन जाएगी।
शान्ता कुमार ने मंगलवार को एक बयान में कहा मैं आयु और स्वस्थ्य के कारण इस बार सब जगह चुनाव प्रचार नही कर सकूंगा। परन्तु अपनी जन्म भूमि की विधान सभा सुलह में 2 मई को कार्यक्रम में अवश्य जा रहा हूं। सुलह मेरे जीवन का ऐतिहासिक स्थान है। आज से 61 वर्श पहले 1963 में मैंने गढ़ जमूला पंचायत के पंच का चुनाव लड़ा और अपना राजनैतिक जीवन शुरू किया था। माता जी के आशीर्वाद से उसी चुनाव में एक ऐसा इतिहास बनाया था जो पूरा जीवन मेरा मार्गदर्षन करता रहा। इस घटना का पूरा वर्णन 2 मई को सुलह में करूंगा।
शान्ता कुमार ने कहा हिमाचल प्रदेश में लोक सभा के चुनाव का प्रचार पूरे जोर से हो रहा है। परन्तु कांगड़ा और हमीरपुरसे अभी तक कोई कांग्रेस उम्मीदवार आगे नही आया। भारत के इतिहास में पहली बार कांग्रेस की ऐसी हालत हुई है। 2024 का लोक सभा का चुनाव भारत में कई दृश्टियों से एक नया इतिहास बनायेगा।
हिन्दुस्थान समाचार