मंडी: पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने पालमपुर में कॉलेज छात्रा पर हुए हमले की निंदा करते हुए प्रदेश सरकार की कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े किए हैं. मंडी में मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए जयराम ठाकुर ने कांग्रेस को घेरते हुए कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है. कांग्रेस की प्रदेश सरकार के कार्यकाल में हिमाचल में गुंडाराज बढ़ गया है. कॉलेज छात्रा पर तेजधार हथियार से हुए हमले की इस घटना ने पूरे प्रदेश को स्तब्ध कर दिया है.
जयराम ठाकुर ने इस घटना में घायल छात्रा के जल्द स्वस्थ होने की कामना करते हुए दोषी युवक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की भी मांग उठाई. उन्होंने कहा कि शिमला में पुलिस कंट्रोल रूम के सामने मर्डर होता है और इसी स्थान पर भाजपा के नेताओं पर प्रेस कांफ्रेंस में युवा कांग्रेस द्वारा हमले की कोशिश की जाती है और पुलिस तमाशा देख रही थी. चंबा में एक युवक के टुकड़े टुकड़े कर नाले में फैंक दिया जाता है और सरकार मामला दबाने की कोशिश करती है.
जयराम ठाकुर ने हमीरपुर यूथ कांग्रेस क्लब द्वारा कथित तौर पर कंगना रनौत के खिलाफ डाली गई अभद्र पोस्ट पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि चुनावी दौर में भी हिमाचल प्रदेश के कांग्रेसी नेताओं के पास प्रचार-प्रसार के लिए कोई मुद्दा नहीं बचा है. विकास के मुद्दे के पर बात करने के बजाय कांग्रेसी नेता निम्न स्तर की बातों में लगे हैं और आए दिन भारतीय जनता पार्टी की प्रत्याशी कंगना रनौत पर अभद्र टिप्पणियां कर रहे हैं. हमीरपुर यूथ कांग्रेस के किसी पदाधिकारी द्वारा कंगना के खिलाफ टिप्पणी व अभद्र फोटो अपलोड किया गया है जिसकी शिकायत भारतीय जनता पार्टी ने चुनाव आयोग को सौंप दी है.
जयराम ठाकुर ने कहा कि महिलाओं के खिलाफ अभद्र टिप्पणी करने से कांग्रेसी नेता बाज नहीं आ रहे हैं. भाजपा द्वारा बार-बार शिकायत करने के बाद भी इन नेताओं पर कोई भी असर नहीं हो रहा है.
मीडिया द्वारा पूछे सवाल पर नेता प्रतिपक्ष एवम पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि स्वाभाविक रूप से कांग्रेस के प्रत्याशी ऐसे मुद्दे की तलाश में हैं जहां से उन्हें सहयोग और समर्थन मिले लेकिन मैं समझता हूं कि वो बहुत बड़ी गलती कर रहे हैं. आर.एस.एस. को विक्रमादित्य सिंह के मार्गदर्शन की आवश्यकता नहीं है. एक ऐसा संगठन जिसकी देश और दुनिया में अपनी एक अलग पहचान है.
पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि आपदा में मंडी के सात पुल बह गए और लोगों को आठ माह से ब्यास के आरपार जाने में दिक्कत हो रही है. ऐसे में हम पीडब्ल्यूडी मंत्री और अब कांग्रेस से प्रत्याशी बनकर आए विक्रमादित्य सिंह से पूछना चाहते हैं कि आपने कितने पुल बहाल किए. सच तो ये है कि इन्होंने एक भी पुल रिस्टोर नहीं किया. अब लोग पुल न होने के कारण जान गंवा रहे हैं.
उन्होंने कहा कि मंडी यूनिवर्सिटी पर सांसद प्रतिभा सिंह और मंत्री विक्रमादित्य सिंह क्यों खामोश बैठे रहे. इसका उन्हें जनता के बीच जवाब देना होगा. आज 250 करोड़ की लागत से बनने वाला मंडी का शिवधाम क्यों खंडहर बना हुआ है. एयरपोर्ट का काम आगे क्यों नहीं बढ़ा जबकि हमने सारी औपचारिकताएं पूर्ण कर ली है. प्रतिभा सिंह और विक्रमादित्य सिंह को इसका जवाब देना ही होगा.
साभार- हिन्दुस्थान समाचार