शिमला: मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा है कि सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण शिंकुला टनल बनने का रास्ता राज्य सरकार के प्रयासों से साफ हो गया है. केंद्र सरकार ने लाहौल और लद्दाख को जोड़ने के लिए 4.1 किमी सुरंग बनाने की स्वीकृति दे दी है.
मुख्यमंत्री सुक्खू ने शुक्रवार को एक बयान जारी कर कहा कि राज्य सरकार ने इस महत्वपूर्ण सुरंग के निर्माण के लिए प्राथमिकता रखी है. इसके लिए सरकार ने एक विशेष अधिकारी नियुक्त कर केंद्र सरकार से स्वीकृति प्रदान करवाई. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के प्रयासों से ही टनल निर्माण के लिए एफसीए क्लीयरेंस मिली है. उन्होंने बताया कि यहां सुरंग के साथ-साथ यहां एक हैलीपैड और कार्यालय परिसर का निर्माण भी किया जाएगा. इस सुरंग के साउथ पोल के साथ-साथ लगभग 3800 मीटर हिस्सा हिमाचल प्रदेश में बनेगा.
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस सुरंग के निर्माण से लद्दाख तक सभी मौसम में जाना संभव हो पाएगा और केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख तक पहुंचने का यह सबसे छोटा रास्ता होगा. इससे बर्फबारी के बीच भी आवागमन हो सकेगा. उन्होंने कहा कि शिंकुला टनल का निर्माण सामरिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण होगा तथा इससे सुरक्षा बलों की आवाजाही भी सुगम होगी. यह टनल समुद्र तल से 4800 मीटर ऊंचाई के शिंकुला दर्रे के नीचे बनाई जाएगी. उन्होंने कहा कि टनल के निर्माण से लाहौल क्षेत्र में पर्यटन गतिविधियों को बल मिलेगा, जिससे क्षेत्र में भी आर्थिक स्थिति बेहतर होगी और क्षेत्रवासियों के जीवनस्तर में सुधार आएगा. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में टनल के निर्माण को प्राथमिकता दे रही है, ताकि राज्य के निवासियों के साथ-साथ पर्यटकों को बेहतर सुविधाएं प्राप्त हो सकें.
सभार- हिन्दुस्थान समाचार