शिमला: हिमाचल प्रदेश में लोकसभा चुनाव और छह सीटों पर विधानसभा उपचुनाव के बीच हमीरपुर जिले में भाजपा को झटका लगा है. भाजपा समर्थित हमीरपुर नगरपरिषद के अध्यक्ष मनोज मिन्हास कांग्रेस में शामिल हो गए हैं. उनके साथ वार्ड नंबर-2 के पार्षद राजकुमार ने भी कांग्रेस का हाथ थाम लिया.
तीन वर्ष पहले हमीरपुर नगरपरिषद में भाजपा ने परचम लहराया था और मनोज मिन्हास अध्यक्ष बने थे. अब उनके कांग्रेस में जाने से भाजपा को झटका लगा है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने मनोज मिन्हास सहित उनकी पत्नी निशा मिन्हास व राजकुमार को पटका पहनाकर कांग्रेस में शामिल करवाया. मनोज ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू के 15 महीने के कार्यकाल को सराहनीय बताया है. उन्होंने कांग्रेस में शामिल होने के बाद कहा कि सरकार जनहित में काम कर रही है. कांग्रेस के छह बिकाऊ विधायक जनता का नहीं, निजी विकास चाहते थे. उन्होंने प्रदेश के विकास को सर्वाेपरि नहीं माना. जनता ने उन्हें पांच साल के लिए चुनकर भेजा था, लेकिन वह 14 महीनों में ही लोगों से दगा दे गए. उपचुनाव से करोड़ों रुपये का अतिरिक्त बोझ जनता पर पड़ेगा. मनोज ने कहा कि मुख्यमंत्री के साथ कंधे से कंधा मिलाकर हमीरपुर शहर के विकास को गति देंगे. वर्षों से रुके कामों को तेज गति से सिरे चढ़ाया जाएगा.
इस मौके पर मुख्यमंत्री सुक्खू ने कहा कि हमीरपुर शहर के विकास को मुख्य प्राथमिकता दें. शहर का स्वरूप बदलने के लिए कार्य करें. प्रदेश सरकार ने शहर के सौंदर्यीकरण व बिजली की तारों को भूमिगत करने के लिए करोड़ों रुपये का बजट जारी किया है, उसका पूरा सदुपयोग करें. शहर के लोगों को कांग्रेस सरकार के कार्यों से अवगत करवाएं. हमीरपुर जिला में विकास के नए आयाम स्थापित करने के लिए दिन-रात कार्य किया जाएगा.
उधर, हमीरपुर जिले के ही नादौन ब्लॉक के जलाड़ी-चिलियां वार्ड नंबर-8 से भाजपा समर्थित बीडीसी सदस्य मनजीत कुमार भी गुरुवार को कांग्रेस में शामिल हो गए. उन्होंने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की नीतियों और सरकार के 15 महीने के कार्यकाल में हुए कार्यों में आस्था जताते हुए भाजपा को बाय-बाय कह दिया. मुख्यमंत्री ने मनजीत को हार पहनाकर कांग्रेस में शामिल करवाया.
साभार- हिन्दुस्थान समाचार